विदेशी वस्तुओं से देश के उद्योग-धंधे प्रभावित : सत्येंद्र कुमार
पद्मावती जैन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में शुक्रवार को स्वदेशी अपनाओ विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार करो विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
संवाद सूत्र, सीनी : पद्मावती जैन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में शुक्रवार को स्वदेशी अपनाओ विदेशी का बहिष्कार, तब देश होगा समृद्ध, बढ़ेगा रोजगार विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में अपना विचार रखते हुए प्राचार्य सत्येंद्र कुमार ने कहा कि वर्तमान में हमारा देश दुनिया की सबसे तेज गति से उभरती अर्थव्यवस्था है। फिर भी देश में रोजगार की कमी है। इसका मुख्य कारण विदेशों से बनी बनाई वस्तुएं खरीदना है। उन्होंने कहा कि विदेशी वस्तुएं खरीदने से भारत के उधोग धंधे प्रभावित हो रहे हैं। प्राचार्य ने कहा कि सबसे अधिक विदेशी वस्तुओं में चीन से बाजार में आई वस्तुओं का उपयोग अधिक हो रहा है। चीन भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा है। चीन प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान को आतंकवाद फैलाने के लिए हर अंतराष्ट्रीय मंच पर सहयोग कर रहा है। चीन की वस्तुओं का बहिष्कार किया जाए। यह विचार महात्मा गांधी ने भी अपनाया था, इससे काफी हद तक चीन को आर्थिक क्षति हो सकती है। उन्होंने कहा कि केवल चीन ही नहीं समस्त विदेशी वस्तुओं का हम सबों को बहिष्कार करना होगा। ऐसा कर हम देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकते हैं। विचार गोष्ठी में विद्यालय के कई शिक्षकों ने अपना-अपना विचार व्यक्त किया। अंत में बच्चों के बीच स्वदेशी व विदेशी वस्तुओं का पत्रक वितरण किया गया। कार्यक्रम में त्रिलोचन महतो, गोपाल प्रधान, शेखर महतो, लाल मोहन, कंचन देवी, संध्या महतो, फरजाना तबस्सुम, शानकी सोरेन, देव्यानी दास, प्रभा रानी, सुनीता महतो व पूनम महतो समेत काफी संख्या में बच्चे उपस्थित थे।