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सीनी की रीत को इंडियाज टैलेंट फाइट सीजन-2 के टीवी राउंड में मिली इंट्री

वीएस पब्लिक स्कूल की पांचवीं कक्षा की छात्रा रीत महापात्र को रियलिटी डांस शो इंडियाज टैलेंट फाइट सीजन-2 में टीवी स्टूडियो राउंड की इंट्री मिली है। दिसंबर 2019 में जी इटीसी बालीवुड पर प्रसारित बच्चों के रियलिटी डांस शो इंडियाज टैलेंट फाइट में बेहतर प्रदर्शन के कारण रीत महापात्र को इंडियाज टैलेंट फाइट सीजन-2 में सीधे टीवी स्टूडियो राउंड में इंट्री मिली है..

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 08:10 AM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 08:10 AM (IST)
सीनी की रीत को इंडियाज टैलेंट फाइट सीजन-2 के टीवी राउंड में मिली इंट्री

संवाद सूत्र, खरसावां : वीएस पब्लिक स्कूल की पांचवीं कक्षा की छात्रा रीत महापात्र को रियलिटी डांस शो इंडियाज टैलेंट फाइट सीजन-2 में टीवी स्टूडियो राउंड की इंट्री मिली है। दिसंबर 2019 में जी इटीसी बालीवुड पर प्रसारित बच्चों के रियलिटी डांस शो इंडियाज टैलेंट फाइट में बेहतर प्रदर्शन के कारण रीत महापात्र को इंडियाज टैलेंट फाइट सीजन-2 में सीधे टीवी स्टूडियो राउंड में इंट्री मिली है। इस कार्यक्रम का प्रोमो वीडियो 18 अप्रैल को एंड पिक्चर एचडी चैनल पर प्रसारित किया गया। स्टूडियो राउंड में जज की भूमिका में कलर्स टीवी पर डांस दिवाने फेम मेहुल मेहता नजर आएंगे। फिलहाल इस डांस शो के प्रसारण की तिथि निर्धारित नहीं की गई है। रीत की सफलता पर परिवार के साथ-साथ गांव के लोग भी काफी खुश हैं। रीत के मां-पिता के साथ साथ स्कूल के शिक्षकों ने रीत की इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त की। रीत के पिता संजय महापात्र व मां सुजाता महापात्र शिक्षक हीं। सुजाता महापात्र ने बताया कि रीत ने चार साल की उम्र में ही डांस सीखना शुरू किया था। वह क्लासिकल व वेस्टर्न डांस करती है। रीत महापात्र कई कार्यक्रमों में क्लासिकल व वेस्टर्न डांस कर लोगों की वाहवाही बटोर चुकी है। ईश्वर चैनल पर प्रसारित रियलिटी डांस शो इंडियाज नेक्स इमेज में भी रीत का चयन हुआ है। इसकी शूटिग भी पूरी हो चुकी है। कलर्स चैनल पर प्रसारित टैलेंट हंट में भी रीत का चयन हुआ है। कोल्हान में एक हजार मीट्रिक टन तसर कोसा उत्पादन का लक्ष्य : कोल्हान के सहायक उद्योग निदेशक (रेशम) डा. अशोक प्रियदर्शी ने रविवार को खरसावां पीपीसी व बीएसएमटीसी में रखे गए तसर कोसा के गुणवत्ता की जांच की। इसमें मुख्य रूप से तसर कोसा में व्याप्त रोगों की जांच की जाती है। जांच टीम में खरसावां पीपीओ सुनील कुमार शर्मा व बीएसएमटीसी खरसावां (सेंट्रल सिल्ड बोर्ड) के प्रभारी वैज्ञानिक डा. तिरुमप रेड्डी भी शामिल थे। जांच के क्रम में तसर कोसा की गुणवत्ता संतोषजनक पायी गई। मीडिया से बातचीत के क्रम में सहायक उद्योग निदेशक (एडीआइ) ने कहा कि इस वर्ष कोल्हान में तसर कोसा के उत्पादन का लक्ष्य एक हजार मीट्रिक टन रखा गया है। इसी के अनुरूप खेती की जाएगी। इस दौरान खरसावां-कुचाई के अग्र परियोजना पदाधिकारी सुनील कुमार शर्मा ने कहा कि खरसावां-कुचाई में भी बड़े पैमाने पर तसर कोसा का उत्पादन किया जाएगा। कुचाई-खरसावां क्षेत्र में तसर कोसा के उत्पादन का लक्ष्य पांच करोड़ रखा गया है।

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