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सरायकेला नगर पंचायत में एक माह से कचरा उठाव बंद

जागरण संवाददाता, सरायकेला : नगर पंचायत सरायकेला में सफाई अभियान का बुरा हाल है। यहा एक म

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Aug 2018 07:56 PM (IST)Updated: Sun, 19 Aug 2018 07:56 PM (IST)
सरायकेला नगर पंचायत में एक माह से कचरा उठाव बंद
सरायकेला नगर पंचायत में एक माह से कचरा उठाव बंद

जागरण संवाददाता, सरायकेला : नगर पंचायत सरायकेला में सफाई अभियान का बुरा हाल है। यहा एक माह से वार्डो से कचरा उठाव बंद है। सफाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग भी नहीं की जा रही है। हालांकि नए नगर पंचायत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष व्यवस्था सुधार में लगे हैं।

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सरायकेला नगर पंचायत में एक माह से कचरा उठाव बंद होने से नगर के सभी वार्डो में कचरों का ढेर लग गया है। कचरों के दुर्गध से वातावरण नारकीय बन गया है। जानकारी हो कि सरायकेला नगर में कचरा उठाव का काम एमएसडब्ल्यू एजेंसी को दिया गया है। एजेंसी द्वारा 26 जनवरी से नगर में कचरा उठाव का काम कर रहा था। एजेंसी की गाड़ी घर-घर जाकर कचरा उठा रही थी। इसे नदी किनारे स्नान घाट एवं मंदिरों के आसपास डंप किया जा रहा था। जनता ने इसका विरोध करते हुए नगर के बाहर किसी सुरक्षित जगह पर कचरा डंप करने को कहा। विरोध होने पर एजेंसी ने कचरा उठाना बंद कर दिया। जिला प्रशासन द्वारा कचरा प्रबंधन संयंत्र स्थापित करने के लिए शहरी क्षेत्र से दूर बुंडू में जमीन उपलब्ध कराया गया, परंतु ग्रामीण यहां भी विरोध कर रहे हैं। नगर पंचायत द्वारा ग्रामीणों को काफी समझाने का काफी प्रयास किया गया, परंतु ग्रामीण किसी कीमत पर गांव के पास कचरा डंप करने नहीं दे रहे हैं। फिलहाल सरायकेला नगर का कचरा उठाव पूरी तरह बंद हो गया है। पूरे नगर में कचरों को डंप कर दिया गया है। कचरा डालने के नगर में डस्टबीन रखा गया है जो कचरों से भर गया है। जगह के अभाव में डस्टबीन के उपर कचरा फेंका जा रहा है। जो जमीन पर गिरकर सड़क व नाली में जमा हो रहा है। नाली जाम होने से बरसाती एवं नाली का गंदा पानी नगरवासियों के मकान व घरों के अंदर घुसने लगी है। इससे स्थिति और नारकीय हो गई है।

नगर पंचायत वार्ड नंबर तीन के नगर पार्षद बलराम साहू ने बताया कि एक माह से उनके वार्ड में कचरा उठाव बंद है। जगह-जगह पर रखे गए डस्टबीन कचरों से भर गया है। बारिश की वजह से कचरा नालियों में जा रहा है और नालियां जाम हो रही है। अगर कचरा कुछ दिन और नहीं उठा तो लोग डेंगू, मलेरिया के चपेट में आ जाएंगे। इस संबंध में नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी राजीव रंजन ¨सह ने बताया कि बुंडू में कचरा निस्तारण के लिए जिला प्रशासन ने जमीन उपलब्ध करा दी है। परंतु स्थानीय ग्रामीणों के विरोध के कारण उक्त जमीन पर कचरा निस्तारण का प्लांट नहीं लग पा रहा है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में विभाग एवं जिला प्रशासन को समस्या से अवगत कराते हुए समाधान करने को लिखा गया है। जल्द ही समस्या का समाधान होगा और कचरा निस्तारण का प्लांट लगाया जाएगा। तब तक के लिए वैकल्पिक व्यवस्था का प्रयास किया जा रहा है। वैकल्पिक व्यवस्था होते ही कचरा का उठाव शुरू हो जाएगा। कचरा उठाव के लिए एमएसडब्ल्यू कंपनी को जिम्मेदारी दी गई है। परंतु कचरा डंप करने जगह नहीं होने के कारण कचरा उठाव का काम बंद है। कचरा निस्तारण प्लांट लगाने के लिए प्रशासन ने बुंडू में जमीन उपलब्ध करा दी है। परंतु ग्रामीणों के विरोध के कारण प्लांट नहीं लग पा रहा है। इस संबंध में विभाग एवं प्रशासन को पत्राचार किया गया है। ग्रामीणों के साथ बैठक की जा रही है। जल्द ही समस्या का समाधान कर लिया जाएगा।

मिनाक्षी पटनायक

अध्यक्ष, सरायकेला नगर पंचायत

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कचरा उठाने का काम जनवरी में एमएसडब्ल्यू कंपनी को सौंपा गया है। परंतु नियमों का अवहेलना करते हुए आज तक कचरा निस्तारण प्लांट नहीं लगाया गया है। कंपनी एवं नगर पंचायत के पदाधिकारियों की लापरवाही के कारण कचरा निस्तारण प्लांट नहीं लग पाया है। बिना ग्रामसभा के आनन फानन में कचरा निस्तारण प्लांट लगाने के लिए बुंडू में जमीन ली गई। वहां ग्रामीण कचरा गिराने का विरोध कर रहे हैं। अगर जमीन लेने से पहले ग्राम सभा आयोजित कर ग्रामीणों की सहमति से जमीन ली जाती तो आज यह नौबत नहीं आती।

मनोज कुमार चौधरी, उपाध्यक्ष, सरायकेला नगर पंचायत।


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