अनुमंडल कार्यालय वापसी को ले सरायकेला बंद असरदार
अनुमंडल कार्यालय स्थानांतरण के विरोध में शनिवार को सरायकेला बंद असरदार रहा।
जागरण संवाददाता, सरायकेला : सरायकेला अनुमंडल कार्यालय स्थानांतरण के विरोध में जिला बार एसोसिएशन एवं नगरवासियों के आह्वान पर शनिवार को सरायकेला बंद असरदार रहा। आक्रोशित नगरवासी व दुकानदारों ने एकजुटता दिखाते हुए शनिवार को स्वेच्छा से अपनी-अपनी दुकानें, व्यवसायिक प्रतिष्ठान, ठेला-गुमटी एवं चाय-पान की दुकानें बंद रखी। नगर में सब्जियों की दुकानें भी बंद रही। अपराह्न बारह बजे के बाद सभी दुकानें खुल गई।
स्थानांतरण के विरोध में अपराह्न बारह बजे तक नगर में पूर्ण रूप से बंद दिखा। बैंक, सरकारी कार्यालय अन्य दिनों की तरह खुले रहे। इसमें सामान्य रूप से काम काज भी हुआ। सड़कों पर वाहनों का आवागमन भी सामान्य रहा। बस स्टैंड में यात्रियों की भीड़ देखी गई। बंद के दौरान सुरक्षा एवं विधि-व्यवस्था को लेकर पुलिस मुस्तैद रही। पुलिस बल के साथ थाना प्रभारी अविनाश कुमार गश्ती लगा रहे थे। अनुमंडल कार्यालय भवन की स्थिति काफी जर्जर
35 साल पहले बनाए गए सरायकेला अनुमंडल कार्यालय का भवन की स्थिति काफी जर्जर है। जर्जर स्थिति को देखते हुए अनुमंडल कार्यालय का स्थानांतरण साहेबगंज में नवनिर्मित ओल्ड एज होम में किया गया। स्थानांतरण के पहले से ही नगरवासी इसका विरोध करते आ रहे हैं। नगरवासी पुराने अनुमंडल या उपायुक्त कार्यालय में ही अनुमंडल कार्यालय निर्माण की मांग कर रहे हैं। इसके विरोध में नगर पंचायत उपाध्यक्ष मनोज चौधरी बुधवार को अनशन पर बैठ गए। मनोज चौधरी के अनशन को विभिन्न संस्थाओं का समर्थन मिला। अधिवक्ता व समाजसेवी जलेश कवि भी अनशन पर बैठ गए। अनुमंडल कार्यालय वापसी को लेकर नगरवासियों ने शनिवार को फिर से सरायकेला बंद किया जो काफी असरदार रहा। प्रशासनिक आश्वासन के बाद अपराह्न बारह बजे एक-एक कर दुकानें खुली और सरायकेला बाजार सामान्य हुआ।