हवाई मार्ग से गए मतदान कर्मी सकुशल वापस लौटे
सरायकेला और खरसावां विधानसभा क्षेत्र के नक्सल प्रभावित एवं सुदूरवर्ती क्षेत्र में अवस्थित मतदान केंद्रों में ड्यूटी पर लगे मतदान कर्मी रविवार को सकुशल वापस लौटे।
जासं, सरायकेला : सरायकेला और खरसावां विधानसभा क्षेत्र के नक्सल प्रभावित एवं सुदूरवर्ती क्षेत्र में अवस्थित मतदान केंद्रों में ड्यूटी पर लगे मतदान कर्मी रविवार को सकुशल वापस लौटे। मतदान कर्मियों के चेहरे खिले हुए थे। मतदान कराने के लिए जाते समय जो घबराहट थी, वापस लौटने पर चिता मुक्त हो गए। चेहरे में मुस्कराट थी। जानकारी हो कि विधानसभा चुनाव के तहत सात दिसंबर को मतदान के लिए नक्सल प्रभावित सुदूरवर्ती दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में अवस्थित 88 मतदान केंद्र के मतदान कर्मी गुरुवार को ही रवाना हुए थे।
इनमें से 22 मतदान केंद्र के मतदान कर्मियों को हेलीकॉप्टर से रवाना किया गया था। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कुल 88 ऐसे मतदान केंद्र चिन्हित किया गया था जहां जाने के लिए सड़क मार्ग दुर्गम है। इन बूथों के मतदान कर्मियों को मतदान दिवस के दो दिन पहले गुरुवार को ही रवाना किया गया। खरसावां क्षेत्र अंतर्गत नक्सल प्रभावित क्षेत्र में अवस्थित बूथ संख्या एक से 22 तक के कुल 22 मतदान केंद्र के मतदान दल को मतदान सामग्री व ईवीएम देकर हेलीकॉप्टर से रवाना किया गया था। 22 मतदान केंद्र के लिए सात सेक्टर बने थे। रविवार को बस से गए मतदान कर्मी सड़क मार्ग एवं हेलीकॉप्टर पर गए मतदान कर्मी हवाई मार्ग से वापस केएस कॉलेज पहुंचे और सारे कागजात के साथ ईवीएम व वीवीपैट जमा कराए।
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उपायुक्त ने सभी मतदान कर्मियों को दी बधाई
उपायुक्त ए दोड्डे ने शांतिपूर्ण मतदान और सुरक्षित लौटने पर सभी को लोकतंत्र के प्रति उनके योगदान के लिए बधाई दी। डीसी ने कहा कि उग्रवाद प्रभावित कुछ ऐसे इलाके थे, जिसे पहले चिन्हित कर उन इलाकों में पोलिग पार्टी की पूरी टीम को हेलीकॉप्टर के माध्यम से पहुंचाना था। वैसे मतदान कर्मी हेलीकॉप्टर भेजे गए थे। एसपी कार्तिक एस का कहना है कि पोलिग पार्टी में सभी मतदान कर्मियों को क्लस्टर से लेकर बूथ तक ले जाने और सुरक्षित लाने की जिम्मेवारी पुलिस प्रशासन की थी। सुरक्षा को लेकर बेहतर इंतजाम किए गए थे।