फार्मेसी के छात्र ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
आदित्यपुर थाना स्थित सालडीह बस्ती के 26 वर्षीय विवाहित युवक ने सोमवार को अपने घर में पंखे के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक का नाम देवाशीष पाल है जो फार्मेसी का छात्र था। मृतक आरएमपी चिकित्सतक शुभ रंजन पाल का इकलौता पुत्र था। छह माह पूर्व ही उसकी शादी घाटशिला की युवती से हुई थी..
जागरण संवाददाता, सरायकेला : आदित्यपुर थाना स्थित सालडीह बस्ती के 26 वर्षीय विवाहित युवक ने सोमवार को अपने घर में पंखे के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक का नाम देवाशीष पाल है, जो फार्मेसी का छात्र था। मृतक आरएमपी चिकित्सतक शुभ रंजन पाल का इकलौता पुत्र था। छह माह पूर्व ही उसकी शादी घाटशिला की युवती से हुई थी। घटना के समय वह मायके में थी। बताया जा रहा है कि रविवार को परिवार के सभी सदस्य पिकनिक मनाने गए थे, जिसमें मृतक भी शामिल था। शाम में सभी घर लौटे। उसके बाद लह अपने दोस्तों के साथ मिलने की बात कह घर से निकला और देर रात लौटा। सुबह काफी देर तक नहीं जगा तो परिवार के सदस्यों ने कमरे का दरवाजा तोड़ा। कमरे के अंदर प्रवेश करते ही वह पंखे से झूलता मिला। तत्काल इस मामले की सूचना आदित्यपुर थाना पुलिस को दी गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। आत्महत्या के मामला का फिलहाल खुलासा नहीं हुआ है। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। छह माह पूर्व हुई थी शादी : मृत युवक देवाशीष पाल की शादी लाकडाउन के दौरान छह माह पूर्व हुई थी। मृतक के पिता डा. अंकुर पाल ग्रामीण चिकित्सक हैं। भाभी ने देवर के खिलाफ दर्ज कराई प्राथमिकी, देवर ने एसपी से की निष्पक्ष जांच की मांग : पूर्वी सिंहभूम स्थित जमशेदपुर के साकची थाना क्षेत्र के काशीडीह निवासी विनोद सिंह ने आरक्षी अधीक्षक को ज्ञापन सौंप अपने खिलाफ दर्ज झूठे मामले में निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। एसपी को सौंपे गए ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि 29 दिसंबर को आदित्यपुर थाना के सब इंस्पेक्टर गंगा दर्शन यादव ने उन्हें सूचना दी कि उनके बड़े भाई की पत्नी रेणु देवी ने विनोद सिंह, उनकी पत्नी, उनकी 12 वर्षीय पुत्री, आठ वर्षीय पुत्र, मंझले भाई अशोक सिंह और उनकी 15 वर्षीय व 13 वर्षीय पुत्री के खिलाफ आदित्यपुर थाना में मारपीट करने का मामला दर्ज कराया है।
उन्होंने साइबर सेल की मदद से घटना के दिन अपने व अपने परिवार के सदस्यों के फोन लोकेशन की जांच कराने की मांग की है। साथ ही एसपी से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराकर झूठे व आधारहीन केस को निरस्त किया जाए। उन्होंने एसपी से आग्रह किया है कि रेणु देवी के ऊपर कानून का दुरुपयोग करने व प्रशासन को गुमराह कर झूठे मुकदमे में निर्दोषों को फंसाने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की जाए। साथ ही उन्होंने पुलिस प्रशासन को आगाह किया है कि इस मामले में उन्हें न्याय नहीं मिला तो वे थाने के समक्ष सपरिवार आत्मदाह करने के लिए मजबूर हो जाएंगे।