पीएचडी करने वाले आदिवासी छात्रों को सरकार देगी राशि: अर्जुन मुंडा
केंद्रीय आदिवासी मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने खरसावां के बंदीराम में मॉडल डिग्री कॉलेज का उद्घाटन किया।
संवाद सूत्र, खरसावां : केंद्रीय आदिवासी मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने खरसावां के बंदीराम में बने कोल्हान विश्वविद्यालय के पहले मॉडल डिग्री कॉलेज का उद्घाटन किया।
मौके पर मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि हमने ही कॉलेज का शिलान्यास किया था और आज उद्घाटन भी कर रहे हैं। मुंडा ने कहा कि उम्मीद है कि यह कॉलेज आने वाले दिनों में बहुआयामी व्यक्तित्व निर्माण करने का केंद्र बनेगा। इस कॉलेज के विद्यार्थी अंतरराष्ट्रीय क्षितिज पर जाकर कॉलेज का नाम रौशन करें, तभी कॉलेज स्थापना का उद्देश्य सार्थक होगा। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए राशि की कमी नहीं होगी। पीएचइडी करने को इच्छुक आदिवासी छात्रों के लिए उनका विभाग राशि उपलब्ध कराएगी। केंद्र सरकार पढ़ाई खर्च में सहयोग करेगी।
मुंडा ने कहा कि एसटी-एससी, अल्पसंख्यक छात्रों को छात्रवृति सीधे केंद्र सरकार उनके खाते में जमा कराएगी। अब तक इस मद में उनके मंत्रालय ने दो हजार करोड़ रुपये की राशि का डिस्पैच किया है। उन्होंने केयू को मॉडल डिग्री कॉलेज में स्कील डेवलपमेंट आधारित प्रोग्राम चलाने की सलाह दी। उन्होंने कॉलेज परिसर में हॉस्टल समेत अन्य आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने का भरोसा दिया। अर्जुन मुंडा ने कहा कि कॉलेज में ओड़िया, हो, मुंडारी, कुरमाली, संथाली आदि क्षेत्रीय भाषा की पढ़ाई शुरू कराने के लिए राज्य सरकार के साथ मिलकर बातचीत करेंगे। उन्होने केयू विश्व विद्यालय प्रबंधन को सारी औपचारिकता पूरी करने का निर्देश दिया। कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को जनजातीय भाषा की पुस्तक भेंट की गई। साथ ही मोमेंटों व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। केयू की कुलपति डॉ. शुक्ला मोहंती, कुल सचिव डॉ. एसएन सिंह, डॉ. एके झा ने केंद्रीय मंत्री को सम्मानित किया। सीनेट सदस्य अमिताभ सेनापति, पूर्व मंत्री बड़कुंवर गागराई, कॉलेज के प्राचार्य डॉ. उमाशंकर सिंह, एनएसएस के डॉ. प्रसून्न दत्त सिंह आदि ने संबोधित किया। मौके पर मीरा मुंडा, उदय सिंहदेव, जीपी राजवार, विजय महतो, रानी हेंब्रम आदि ने संबोधित किया। इस दौरान छात्रों ने कॉलेज में क्षेत्रीय भाषाओं की पढ़ाई शुरू कराने की मांग की।
आठ साल बाद हुआ कॉलेज का उद्घाटन
मॉडल डिग्री कॉलेज शिलान्यास के करीब आठ साल बाद कॉलेज का उद्घाटन हुआ। वर्ष 2011 में कॉलेज का शिलान्यास तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने ही किया था। आठ साल बाद उन्होंने ही इसका उद्घाटन किया। चालू शैक्षणिक सत्र (वर्ष 2019-22) में स्नातक की पढ़ाई के लिए नामांकन लिया गया। कॉलेज में स्नातक के कला संकाय में 144 व वाणिज्य संकाय में 12 छात्र-छात्राओं ने नामांकन लिया है। राज्य सरकार ने शैक्षणिक रूप से पिछड़े राज्य में कुल 11 जिला में मॉडल डिग्री कॉलेज की स्थापना की गई है। करीब नौ करोड़ रुपये खर्च कर कॉलेज का भव्य कैंपस बनाया गया है। मॉडल डिग्री कॉलेज में पढ़ाई शुरू होने के बाद खासकर छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाना नहीं पड़ेगा।