खुद शराब बेचने पर पुनर्विचार करे सरकार : मुंडा
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि झारखंड सरकार को स्वयं शराब बेचने के निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए।
जागरण संवाददाता, सरायकेला। पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने रविवार को सरायकेला में अपनी ही पार्टी की सरकार की नीतियों पर असंतोष व्यक्त किया। मुंडा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार के स्वयं शराब बेचने के निर्णय पर विचार व मंथन की आवश्यकता है। पड़ोसी राज्य बिहार में वहां की सरकार ने पूर्ण रूप से शराबबंदी की है। ऐसी स्थिति में झारखंड सरकार को स्वयं शराब बेचने के निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए।
मुंडा ने कहा कि औद्योगिक विकास एक निरंतर प्रक्रिया है। इसके तहत लोगों को आपस में जोड़ते हुए विकास के काम को आगे बढ़ाना चाहिए।
राज्य के विकास के लिए ग्लोबल समिट अच्छी पहल है लेकिन सरकार को पूर्व से बंद पड़े औद्योगिक प्रतिष्ठानों को फिर से चालू करने पर भी ध्यान देना चाहिए। सरायकेला में बंद पड़े अभिजीत ग्रुप की कंपनी का उदाहरण देते हुए मुंडा ने कहा कि सरकार को जमीनी स्तर पर पता करना चाहिए कि राज्य में अभिजीत जैसी कई कंपनियां क्यों बंद पड़ी हैं? सीएनटी एसपीटी एक्ट पर मुंडा ने कहा कि यह एक्ट झारखंड के आदिवासियों समेत प्रकृति का रक्षक है। इस एक्ट में संशोधन से झारखंड के आदिवासी-मूलवासियों का अस्तित्व खतरे में आ जाएगा और यहां के आदिवासी -मूलवासी अपने ही राज्य में शरणार्थी के रूप में रहने को विवश होंगे।
सरकार को इस ओर ध्यान देते हुए सहभागिता के आधार पर विकास कार्य करना चाहिए। पूर्व में सीएनटी एसपीटी एक्ट में संशोधन के बिना राज्य में कई कंपनियां खुलीं जो विकास के लिए उदाहरण है। मौके पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेश शुक्ल, उदय ङ्क्षसहदेव, गणेश महाली, निर्मल आचार्य, सोहन ङ्क्षसह, हरेकृष्णा प्रधान समेत कई अन्य उपस्थित थे।