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झारखंडी संस्कृति की पहचान मकर पर्व : एसपी

गम्हरिया प्रखंड के बड़ा कांकड़ा में गंगा देवी की पूजा-अर्चना के साथ गंगा मेला का शुभारंभ हुआ।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 06:15 PM (IST)Updated: Tue, 15 Jan 2019 06:15 PM (IST)
झारखंडी संस्कृति की पहचान मकर पर्व : एसपी
झारखंडी संस्कृति की पहचान मकर पर्व : एसपी

जागरण संवाददाता, सरायकेला : गम्हरिया प्रखंड के बड़ा कांकड़ा में गंगा देवी की पूजा-अर्चना के साथ गंगा मेले का शुभारंभ हुआ। मेले का शुभारंभ एसपी चंदन कुमार सिन्हा और नगर उपाध्यक्ष मनोज कुमार चौधरी ने संयुक्त रूप से किया। उद्घाटन के बाद एसपी ने सुख-शांति व समृद्धि की कामना की।

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एसपी ने लोगों को मकर व नव वर्ष की बधाई दी। इसके बाद कहा कि मकर पर्व झारखंडी लोक संस्कृति की पहचान है। नई फसल के बाद इस पर्व को मनाया जाता है। मकर पर्व धार्मिक आस्था से जुड़ा हुआ है। नए साल के आगमन होते ही मकर के मौके पर जगह-जगह मेले का आयोजन किया जाता है। यहां लोग आपस में मिल जुलकर एक दूसरे को मकर की बधाई देते हैं। एसपी ने कहा कि उन्हें पता नहीं था कि बड़ा कांकड़ा में इतना भव्य मकर मेला का आयोजन किया जाता है। एसपी ने सौहा‌र्द्रपूर्ण वातावरण में मेले का आनंद लेने की अपील की।

पूर्व मुखिया बिनु तियु ने कहा कि बड़ा कांकड़ा में वर्षों से सात दिवसीय गंगा पूजा का आयोजन किया जा रहा है। यह हर समुदाय के लोग आकर गंगा देवी की पूजा-अर्चना कर मेले का लुत्फ उठाते हैं। उन्होंने मेले में आने वाले श्रद्धालुओं और दर्शकों को शांतिपूर्वक मेला का आनंद लेने की अपील की। इसके बाद गंगा माता की पूजा शुरू होते ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी। पूजा पंडाल में देवसभा का आयोजन किया गया है। इसमें भगवान श्री कृष्ण की लीला से संबंधित झांकियां प्रदर्शित की गई है। इधर राधा-कृष्ण मंदिर में भी गंगा पूजा का शुभारंभ हुआ। पूजा आरंभ होते ही पूजा पंडाल व मंदिर में गंगा देवी की पूजा-अर्चना करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है। इस मौके पर स्थानीय मुखिया मीना देवी समेत पूजा समिति के सदस्य एवं कई गणमान्य लोग मौजूद थे।

मेले का मुख्य आकर्षण का केंद्र मौत का कुआं

गंगा मेला में मौत का कुआं, बिजली झूला, डिस्को झूला आदि मनोरंजन के लिए लगाए गए हैं। तरह-तरह के आकर्षक वस्तुओं के स्टॉल लगाए गए हैं। इस साल मेले का मुख्य आकर्षण का केंद्र मौत का कुआं रहेगा।


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