ग्रामीणों ने भरी हूंकार, रांगाडीह में नहीं लगने देंगे कचरा प्लांट
जिला समाहरणालय में मंगलवार को ईंटाकुदर पंचायत के बुंडु गांव के ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, सरायकेला : जिला समाहरणालय में मंगलवार को ईंटाकुदर पंचायत के बुंडु गांव के ग्रामीणों ने कचरा प्लांट लगाने के विरोध में धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन उप प्रमुख नरेश महतो के नेतृत्व में किया गया। इसमें सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया।
धरना पर बैठे सैकड़ों ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि किसी भी हाल में नगर पंचायत का कचरा प्लांट रांगाडीह में नहीं लगाने देंगे। इसके विरोध में ग्रामीणों का आंदोलन जारी रहेगा। धरना-प्रदर्शन के बाद ग्रामीणों ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। इसमें उपायुक्त से नगर पंचायत का कचरा प्लांट किसी निर्जन स्थान पर स्थानांतरित करने की मांग की गई। ग्रामीणों ने उपायुक्त का ध्यानाकृष्ट कराते हुए कहा कि सरायकेला नगर पंचायत के कचरा निष्पादन के लिए ईंटाकुदर पंचायत के बुंडू गांव के टोला रांगाडीह में दस एकड़ भूमि चिन्हित की गई है। उक्त जमीन के आसपास लगभग दो हजार लोग निवास करते हैं। गांव के अधिकांश ग्रामीण कृषि पर निर्भर हैं। गांव के अधिकतर घरों में गाय, बैल, बकरी, भेंड़ जैसे पालतु पशु हैं। ये पशु प्रस्तावित भूमि में चरते और विचरण करते हैं। बुंडू टोला रांगाडीह नगर पंचायत क्षेत्र के बाहर है। नगर पंचायत क्षेत्र का कचरा प्लांट इस क्षेत्र में लगाना अनुचित होगा। ग्रामीणों ने ज्ञापन में कहा कि पंचायती राज अधिनियम के नियमानुसार अनुसूचित क्षेत्र में बिना ग्रामसभा के सरकार किसी भी जमीन का अधिग्रहण नहीं कर सकती है। 13 सितंबर को ग्रामसभा आयोजित कर कचरा प्लांट दूसरे स्थान पर स्थापित करने के लिए उपायुक्त से अनुरोध किया गया था। ग्रामीणों ने दो हजार लोग एवं पशुओं की स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए नगर पंचायत के कचरा प्लांट को किसी निर्जन स्थल पर स्थानांतरित करने की गुहार लगाई है। ग्रामीणों ने कहा कि अगर कचरा प्लांट के प्रस्ताव को वापस नहीं लिया गया तो उग्र आंदोलन होगा। धरना प्रदर्शन में हरिचरण सोय, मिठु सरदार, शंभु सरदार, डेंगा, सुकराम सरदार, लखन सरदार, बागुन सरदार, सावित्री सरदार, गंगामनी सरदार, सुलोचना सरदार, रुकमनी सरदार सुजोमोनी सरदार, मोली सरदार, पूनम सरदार, दिपाली सरदार, शिवशंकर बोदरा, बुद्धेश्वर सरदार, रोनी सरदार, हरिश सरदार, देव सरदार, पीतु सरदार, बबिता सांडिल, गणेश सरदार, डोमन सरदार, शीला अमंग, गोपाल सरदार, अर्जुन सरदार, सूरजमनी सरदार व अमित बोदरा समेत काफी संख्या में महिला व पुरुष ग्रामीण उपस्थित थे।