जिले को ओडीएफ घोषित होना बड़ी उपलब्धि: उपायुक्त
उपायुक्त कार्यालय में उपायुक्त छवि रंजन ने जिले के चार साल की उपलिब्धयों के बारे में जानकारी दी।
संवाद सूत्र, सरायकेला : सरायकेला-खरसावां को ओडीएफ घोषित होना चार साल की सबसे बड़ी उपलब्धि रही। इसके अलावे उज्जवला योजना, डाकिया योजना, ग्राम विकास व अंबेडकर योजना की सफलता भी उपलब्धियों में शामिल है। जिला समाहरणालय में उपायुक्त छवि रंजन जिले के चार साल की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि सरायकेला-खरसावां जिला विकास की ओर अग्रसर है। चार साल में ग्रामीण विकास विभाग के तहत जिले में कुल मजदूरी एवं सामाग्री के मद में 25692.00 लाख रुपये व्यय किए गए। उक्त योजनाओं में 11251539 मानव दिवस सृजन किया गया। मनरेगा के तहत 46357 परिवारों के 66279 मजदूरों को काम उपलब्ध कराया गया। 36595 परिसंपत्तियों का निर्माण किया गया। इंदिरा आवास योजना के तहत 733 लाभुकों को लाभान्वित किया गया। इसमें 4897.06 लाख रुपये व्यय किया गया। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत 16152 लाभुकों को लाभान्वित किया गया। इसमें 17416.70 लाख रुपये व्यय किया गया। 344 लाभुकों को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर आवास योजना से लाभान्वित किया गया। इसमें 190.62 लाख रुपये खर्च किए गए।
उपायुक्त ने बताया कि 14वें वित्त आयोग के तहत कुल 6544 परसंपत्तियों का निर्माण किया गया। इसमें 7505.80 लाख रुपये व्यय किए गए। विधायक निधि से 3906.59 लाख रुपये खर्च कर 607 परिसंपत्तियों को निर्माण किया गया। मुख्यमंत्री विकास योजना के तहत 842.94 लाख रुपये की राशि व्यय करते हुए 130 परिसंपत्तियों का निर्माण किया गया। सांसद विकास योजना के तहत 1173.65 लाख रुपये व्यय करते हुए 261 परिसंपत्तियों का निर्माण किया गया।
उपायुक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि सुदूर क्षेत्र में संपर्क बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 4249.64 लाख रुपये व्यय कर 137 सड़कों का निर्माण किया गया। जिला अनाबद्ध निधि योजना के तहत 813.22 लाख रुपये व्यय कर 15 परिसंपत्तियों का निर्माण किया गया। ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल में कुल 16205 योजनाओं का निर्माण किया गया। इसमें 16958.29 लाख रुपये व्यय किया गया। सरायकेला नगर पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के माध्यम से 252 लाभुकों को लाभान्वित किया गया। इसमें 569.40 लाख रुपये व्यय किए गए। इसके अलावे 746.46 लाख रुपये व्यय कर 82 परिसंपत्तियों का निर्माण किया गया। उपायुक्त ने बताया कि आदित्यपुर नगर निगम में प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के माध्यम से 1078 लाभुकों को लाभान्वित कर 2425.50 लाख रुपये व्यय किया गया। आइआइएचएल के माध्यम से 13461 लाभुकों को लाभान्वित किया गया। इसमें कुल 807.6 लाख रुपये व्यय किया गया। 304.02 लाख रुपये व्यय कर 110 नालियों का निर्माण किया गया।
ग्रामीण व प्रखंड मुख्यालय जलापूर्ति योजना के तहत 5472.77 लाख रुपये, शौचालय निर्माण कार्य में कुल 37.90 लाख रुपये, डीप बोरिंग के पुर्नस्थापना के लिए 535.94 लाख तथा नलकूप, कुआं व टंकी निर्माण कार्य के तहत 337.60 लाख रुपये व्यय किए गए। जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय अंतर्गत विभिन्न योजनाओं के माध्यम से 250783 लाभुकों को लाभांवित कर 2542.82 लाख रुपये व्यय किया गया। जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से 31216 लाभुकों को लाभांवित कर 610.83 लाख रुपये व्यय किया गया। एनपीसीसी के तहत 198 परिसंपत्ति का निर्माण करते हुए 5723.45 लाख रुपये व्यय किया गया। दुर्घटना में मौत सहायता योजना के तहत 12 लाभुकों को लाभांवित किया गया। इसमें 10.60 लाख रुपये व्यय किया गया। प्रधानमंत्री जीवन सुरक्षा योजना के तहत 4933 लाभुकों को लाभांवित किया गया। इसमें कुल 5.52 लाख रुपये व्यय किया गया। जिला कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ कुल 118405 लाभुकों का दिया गया। इसमें 1985.11 लाख रुपये व्यय किया गया। मत्स्य विभाग द्वारा कुल 6893 लाभुकों को लाभान्वित किया गया। इसमें 1167.51 लाख रुपये व्यय हुआ। इस मौके पर डीआरडीए निदेशक अनिता सहाय, जिला योजना पदाधिकारी सुरेश राय, सीएस डॉ. एएन डे समेत विभिन्न विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थे।