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छऊ के पुरोधा पद्मश्री गुरु श्यामाचरण पति का निधन

छऊ नृत्य कला के पुरोधा पद्मश्री गुरु श्यामा चरण पति का निधन बुधवार की देर रात रांची स्थित एक अस्पताल में हो गया..

By JagranEdited By: Published: Fri, 30 Oct 2020 12:32 AM (IST)Updated: Fri, 30 Oct 2020 12:35 AM (IST)
छऊ के पुरोधा पद्मश्री गुरु श्यामाचरण पति का निधन
छऊ के पुरोधा पद्मश्री गुरु श्यामाचरण पति का निधन

जासं, सरायकेला : छऊ नृत्य कला के पुरोधा पद्मश्री गुरु श्यामा चरण पति का निधन बुधवार की देर रात रांची स्थित एक अस्पताल में हो गया। वे 80 वर्ष के थे। उनके निधन की खबर मिलते ही छऊ कला जगत समेत उनके पैतृक गांव ईचा में शोक की लहर फैल गई। इस अवसर पर कला जगत के लोग उनके पैतृक गांव ईचा पहुंचे। हालांकि उनका परिवार वर्तमान में राउरकेला में बस गया है। उनका अंतिम संस्कार बेंगलुरु में रह रहे उनके पुत्र के पहुंचने के बाद ही होने की बात बताई जा रही है।

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स्व. गुरु पद्मश्री श्यामा चरण पति की जीवन यात्रा

ईचा गांव के एक गरीब ब्राह्मण परिवार में 1940 में उनका जन्म हुआ था। इसके बाद जमशेदपुर में रहकर उन्होंने गुरु बन बिहारी आचार्य से कत्थक व भरतनाट्यम की शिक्षा हासिल की। बाद में पंचानन सिंहदेव व तारिणी प्रसाद सिंहदेव जैसे गुरुओं से छऊ नृत्य कला की विधिवत शिक्षा ली। उन्होंने सुजाता माहेश्वरी और शोभानाव्रत सिरकर जैसे कई शिष्यों को छऊ नृत्य कला की शिक्षा भी दी। देश-विदेशों में भी विभिन्न मंचों पर उन्होंने छऊ नृत्य कला का प्रदर्शन कर ख्याति हासिल की थी। वर्ष 2006 में उन्हें चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री से भारतीय नृत्य में श्रेष्ठ योगदान के लिए सम्मानित किया गया था। उन्हें छऊ नृत्य कला में महिलाओं के प्रवेश कराने में विशेष योगदान के लिए भी याद किया जाता है। इनकी पुत्री सुष्मिता पति बेहतर छऊ कलाकार हैं।

कला एवं संस्कृति के प्रेमी थे स्वर्गीय गुरु

पैतृक गांव निवासी बताते हैं कि हर वर्ष गुरु श्यामा चरण पति दुर्गा पूजा और रामनवमी के अवसर पर विशेष रुप से ईचा गांव पहुंचते थे। इन त्योहारों के अवसर पर छऊ नृत्य का आयोजन कराते थे। साथ ही छऊ नृत्य कला के संव‌र्द्धन के लिए सदैव प्रयासरत रहते थे।

राउरकेला में रहता है गुरु श्यामा चरण पति का परिवार

छऊ गुरु श्यामा चरण पति का परिवार ओडिशा के राउलकेला में बस चुका है। हालांकि कभी-कभार पर्व त्योहार में परिवार के सदस्यों के साथ श्यामा चरण अपने गांव अवश्य आते थे। गांव में उनका मंझला भाई रहता है। हालांकि अब वे भी गांव से निकलकर तेलाई में परिवार के साथ रहते हैं। श्यामा चरण तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। सबसे बड़े भाई का निधन हो चुका है।

राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने जताया दुख

छऊ नृत्य कलाकार पद्मश्री गुरु श्यामा चरण पति का गुरुवार को निधन हो गया। उनके निधन पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने गहरा दु:ख व शोक प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि पद्मश्री गुरु श्यामा चरण पति का छऊ नृत्य के प्रसार में बड़ा योगदान है। वे कला एवं संस्कृति प्रेमी थे। ईश्वर उनकी आत्मा को चिरशांति प्रदान करें। उनके परिजनों को इस पीड़ा को सहने की शक्ति प्रदान करें।


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