पोटका थाने में 437 पारा शिक्षकों ने दी गिरफ्तारी
संवाद सूत्र, पोटका : पारा शिक्षकों ने मांगों के समर्थन में गुरुवार को प्रखंड कार्यालय से लेकर
संवाद सूत्र, पोटका : पारा शिक्षकों ने मांगों के समर्थन में गुरुवार को प्रखंड कार्यालय से लेकर पोटका थाने तक जुलूस निकालने के बाद अपनी गिरफ्तारी दी। इस दौरान 437 पारा शिक्षकों ने हाथ में तख्ता लिए सरकार विरोधी नारे लगाए। जुलूस की अगुवाई पारा शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष सुमित कुमार, पोटका प्रखंड अध्यक्ष धनंजय गोप, बिरसा हेम्ब्रम, कमलेश कुमार राय, सन्नी कुमार, मुकेश शर्मा, वसीम राजा, पप्पू पाडेय, दुलाल दास पीयूष मंडल, श्रीमंत पाण्डेय, रमाकंात महतों, मनोहर भक्त, ने किया। जिला अध्यक्ष ने कहा कि बिहार, छत्तीसगढ़ व मध्य पद्रेश में पारा शिक्षकों की सेवा स्थायी की गयी व अच्छी सैलरी दी जाती है। जबकि झारखंड में पारा शिक्षकों को आठ से दस हजार रुपये ही वेतन मिलते हैं। इन पैसों से गुजारा होना संभव नहीं है।
ईचागढ़ में शनिवार को जुटान सम्मेलन : ईचागढ़ प्रखंड इकाई एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा की बैठक बीआरसी भवन में प्रखंड अध्यक्ष विनय कुमार उराव की अध्यक्षता में हुई। बैठक में 24 नवम्बर शनिवार को ईचागढ़ बीआरसी प्रागण मे जुटान सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही सम्मेलन को सफल बनाने पर बल दिया गया। मौके पर डोमन मांझी, देवेश्वर, सरिता, सुशीला, माखन समेत अन्य पारा शिक्षक उपस्थित थे।
पारा शिक्षकों की रिहाई को लेकर चांडिल अनुमंडल अधिकारी को ज्ञापन : पारा शिक्षक एवं शिक्षिकाओं की मांगों को पूरी करने व पिछले दिनों प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार 290 शिक्षकों की रिहाई को लेकर गुरुवार को चाडिल अनुमंडल पदाधिकारी विनय कुमार मिश्रा को राज्यपाल के नाम झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) ने ज्ञापन सौंपा। झाविमो नेता विनोद राय ने कहा कि पारा शिक्षक गुंडे नही हैं। वे अपने हक के अधिकारी हैं। मांगों के समर्थन में आंदोलन करना गलत नहीं है। सरकार पारा शिक्षकों को उनका हक नहीं देकर उन्हें उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर कर रही है। शिक्षकों की हड़ताल से स्कूलों में पढ़ाई बाधित है। इस मौके पर पतिराम माझी, राजेश कालिंदी, सिदम मछुवा, शिवराम कालिंदी, दीपक प्रमाणिक, संजय सोरेन, दुलाल गोराई, समीर दास, मन्नू दत्त, अमित राय आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।