हाता-चाईबासा मार्ग स्थित मुरुमडीह पुलिया पर भीषण हादसा, एक की मौत Saraikela News
ट्रेलर ने बाइक सवारों को पीछे से रौंदा पुलिया की रेलिंग तोड़ते हुए बाइक व ट्रेलर नीचे गिरे एक की हालत गंभीर।
राजनगर (संवाद सूत्र)। हाता-चाईबासा मुख्य मार्ग एनएच 220 पर राजनगर के मुरुमडीह पुलिया में बड़ा सड़क हादसा हुआ। हादसे में उड़ीसा के भद्रक निवासी भागीरथी पगला(45) की मौत हो गयी। जबकि दूसरा चाईबासा का सेनटोला निवासी सपन मुखर्जी गम्भीर रूप से घायल हो गया। उसे सिर में चोट आई है।
घटना शनिवार को करीब तीन बजे की है। जानकारी के अनुसार सुपर स्पेलेंडर बाइक(जेएच 06 सी 3478) से दोनों हेंसल में मां जगधात्री की पूजा अर्चना कर राजनगर के मिडकी स्थित क्रशर प्लांट लौट रहे थे। जहां दोनों आलोक कटियार के क्रशर प्लांट में काम करते हैं।
लौटने के क्रम में राजनगर के मुरुमडीह स्थित पुलिया पर पीछे से आ रही तेज रफ्तार ट्रेलर(पीबी 23 एएन 7299) ने दोनों को बाइक समेत रौंदते हुए पुलिया से करीब 20 फीट नीचे गिरा दिया। ऊपर से अनियंत्रित ट्रेलर भी पुलिया से नीचे गिरी। हादसे में बाइक चला रहे भागीरथी पगला ट्रेलर के चक्का से दब गया। जिससे उसकी मौके पर ही जान चली गई। जबकि पीछे बैठा सपन मुखर्जी टक्कर के बाद फेंका गया। इससे उन्हें सर में गंभीर चोट लगी है। घटना के वक्त वहां कुछ लोग मौजूद थे। जिन्होंने घायल को बाहर निकाला। इधर तब तक ट्रेलर चालक मौके से फरार होने में सफल रहा।
नाला में पानी होने के वजह से ट्रेलर चालक बाल बाल बच गया। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस भी पहुंची। वहीं क्रशर मालिक आलोक कटियार एवं उनके कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे। जिससे दोनों की पहचान हो सकी। इधर घायल सपन मुखर्जी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजनगर में प्राथमिक इलाज के बाद एमजीएम रेफर कर दिया गया।
कइयों को की जान लील चुका है मुरुमडीह पुल
हाता- चाईबासा मुख्य मार्ग पर राजनगर के मुरुमडीह नाला स्थित पुल में दुर्घनाएं आम बात है। इस पुल पर अब तक न जाने कितनों की जिंदगी जा चुकी है। इस सड़क पर यह पुल दुर्घटना के लिहाज से काफी खतरनाक बना हुआ है। पुल काफी संकरी है। सड़क का चौड़ीकरण हुआ। लेकिन आज तक नया पुल का निर्माण नहीं हुआ। पुल काफी पहले बना हुआ है। दोनों ओर से पुल काफी डाउन में बना है।
जिससे तेज रफ्तार वाहन अक्सर आपस में टकरा जाते हैं अथवा अनियंत्रीत वाहन पुल से गिर जाते हैं। इतने दुर्घटनाओं के बाद भी आज तक प्रशासन नहीं जागा। दो ढाई साल पहले भी यहां एक बड़ी दुर्घटना में तीन लोग मारे गए थे। जिसमें छह महीने का नन्हा को परिणीता मार्डी नाम की एक कॉलेज युवती ने बचाया था। इसके बाद भी कई दुर्घनाएं घट चुकी हैं। बड़े वाहन नाले में गिर चुके हैं।