Move to Jagran APP

डीएसइ कार्यालय में कर्मियों पर काम का बोझ

साहिबगंज क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक राजकुमार सिंह शनिवार को साहिबगंज पहुंचे। उन्होंने र

By JagranEdited By: Published: Sat, 06 Jun 2020 07:01 PM (IST)Updated: Sun, 07 Jun 2020 06:22 AM (IST)
डीएसइ कार्यालय में कर्मियों पर काम का बोझ
डीएसइ कार्यालय में कर्मियों पर काम का बोझ

साहिबगंज : क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक राजकुमार सिंह शनिवार को साहिबगंज पहुंचे। उन्होंने राजस्थान प्लस टू स्कूल में चल रहे मैट्रिक व संध्या महाविद्यालय में इंटर की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य का निरीक्षण किया। इसके बाद डीएसई व परियोजना कार्यालय का भी निरीक्षण किया। आरडीडीई ने बताया कि राजस्थान प्लस टू स्कूल में चल रहा मूल्यांकन कार्य दो तीन दिन में समाप्त हो जाएगा। बाजार में मूल्यांकन केंद्र होने की वजह से वहां शोर शराबा ज्यादा हो रहा था। इस वजह से शिक्षकों को परेशानी हो रही थी। कहा कि आगे से मूल्यांकन केंद्र बनाने के समय इस बात का ध्यान रखा जाएगा। संध्या महाविद्यालय में चल रहे मूल्यांकन कार्य पर उन्होंने संतोष जताया। उन्होंने कहा कि डीएसई ऑफिस में कुछ कर्मचारियों पर काम का ज्यादा बोझ था। इस वजह से गड़बड़ी की आशंका ज्यादा रहती थी। इसी वजह से पिछले दिनों गड़बड़ी भी हुई और डीएसई को निलंबित होना पड़ा। इसके मद्देनजर वहां काम सभी कर्मियों के बीच विभाजित किया गया है। इससे बेहतर कार्यसंस्कृति की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि डीईओ ऑफिस में कर्मचारियों के बीच कार्यविभाजन ठीक से करने का निर्देश दिया गया है। आरडीडीई ने कहा कि डीईओ सह डीएसई को स्पष्ट कहा गया कि बिना वजह किसी भी शिक्षक का वेतन न रोकें। इस तरह की शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। आरडीडीई ने बताया कि शिक्षक संघ के नेताओं ने ज्ञापन सौंपा है जिसके अध्ययन के बाद वे उचित निर्णय लेंगे।

loksabha election banner

----------

शिक्षकों की समस्या से कराया अवगत

साहिबगंज : झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष जंग बहादुर ओझा एवं प्रधान सचिव भिखारी साह ने शिक्षकों की समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन सौंप कर समस्या निदान करने की मांग की है। ज्ञापन में लिखा है कि जिले के शिक्षकों की कई समस्याएं है। प्रधानाध्यापक के कुल 87 स्वीकृत पद हैं जो आज भी खाली पड़े हैं। ग्रेड फोर स्नातक प्रशिक्षण वेतनमान में प्रोन्नति से 15 शिक्षक एवं 2015-16 में स्नातक प्रशिक्षित वेतनमान में सीधे नियुक्त अनेक शिक्षक कार्यरत हैं जो प्रोन्नति नियामावली 1993 में निहित प्रावधान के तहत प्रधानाध्यक के पद पर प्रोन्नति की आर्हता रखते हैं। इधर, कुछ शिक्षकों ने प्रधानाध्यापक के पद पर प्रोन्नति के लिए आवेदन भी दिया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.