स्कूल की पुरानी गरिमा लौटाएंगे : विधायक
पब्लिक हाई स्थित सभागार में शनिवार को वार्षिक महोत्सव सह विदाई सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उदघ अतिथियों के द्वारा दीप जला कर किया गया। समरोह में सेवानिवृत शिक्षक व लेखापाल को भावभीनी विदाई की गई। वहीं अतिथियों को शॉल ओढ़ा व पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया। सेवानिवृत प्रभारी प्राचार्य हंसनाथ राम सूर्य नारायण मुर्मू नसीम अख्तर राजकुमार सिंह शशीकांत मंडल सहायक शिक्षक सिपाही तिवारी व लेखापाल ललन कुमार को शॉल ओढ़ा व डायरी पेन देकर शिक्षकों ने भावभीनी विदाई दी। वहीं कार्यक्रम के मुख्य अतिथ राजमहल विधायक अनंत ओझा नगर परिषद अध्यक्ष श्रीनिवास यादव जिला शिक्षा पदाधिकारी अर्जुन प्रसाद लाउस हांसदा
साहिबगंज : पब्लिक हाई स्कूल का वार्षिकोत्सव सह विदाई सम्मान समारोह का आयोजन शनिवार को किया गया। समारोह में सेवानिवृत्त शिक्षक व लेखापाल को भावभीनी विदाई की गई। अतिथियों को शॉल ओढ़ा व पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया। सेवानिवृत प्रभारी प्राचार्य हंसनाथ राम, सूर्य नारायण मुर्मू, नसीम अख्तर, राजकुमार सिंह, शशिकांत मंडल, सहायक शिक्षक सिपाही तिवारी व लेखापाल ललन कुमार को शॉल ओढ़ा कर व डायरी-पेन देकर शिक्षकों ने भावभीनी विदाई दी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजमहल विधायक अनंत ओझा, नगर परिषद अध्यक्ष श्रीनिवास यादव, जिला शिक्षा पदाधिकारी अर्जुन प्रसाद, लाउस हांसदा, अवध किशोर को शॉल ओढ़ा कर सम्मानित किया गया। विधायक ने कहा कि विदाई का क्षण काफी दुखदायी होता है। लेकिन यह एक प्रक्रिया है। हर शिक्षक को इस दौर से गुजरना है। लेकिन पूर्व के शिक्षकों ने जिस प्रकार की गुणवत्तपूर्ण शिक्षा बच्चों को दी तथा विद्यालय को गरिमा को बना कर रखा आज वैसा नहीं है। हमें विद्यालय की पुरानी गरिमा को लौटाना है। इसके लिए विद्यालय के वर्तमान शिक्षकों को बड़ी भूमिका निभानी होगी। जिला शिक्षा पदाधिकारी को कहा कि एक सप्ताह के अंदर इस विद्यालय में विज्ञान व गणित विषय का शिक्षक उपलब्ध कराएं ताकि बच्चे विज्ञान व गणित की पढ़ाई कर सके। समारोह में वर्ग दशम व नवम की परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले 5-5 बच्चे तथा विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिता में प्रथम, दूसरे तथा तीसरे स्थान रहने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर विद्यालय के प्राचार्य मो गुलाम जिलानी, कलीमुद्दीन, मुरलीधर रजक, मुरलीधर ठाकुर, खगेश झा, जयमाला भगत आदि शिक्षक मौजूद थे।