तीन साल पहले भी पुलिस हिरासत में हुई थी आरोपित की मौत
बीते मंगलवार के अहले सुबह राजमहल थाना के हाजत में बने शौचालय की कुंडी में कमीज को लपेट कर फंदा बनाकर दुष्कर्म के एक आरोपी की मौत ने एकबार फिर पुलिसकर्मियों को सुरक्षा के दायरों को बढ़ाने के प्रति सोचने को मजबूर कर दिया है। विदित हो कि एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म के आरोप में हिरासत में लिए गए थाना क्षेत्र के पत्थरचटटी ग्राम के एक युव
राजमहल (साहिबगंज) : राजमहल में पुलिस की हिरासत में तीन साल पूर्व भी एक आरोपित की मौत हो गई थी। सोमवार की रात की यह दूसरी घटना हुई। इस वजह से यहां के बारे में तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई है।
बताया जाता है कि 14 जुलाई 2017 की देर रात पश्चिम नारायणपुर के समस्तीपुर करबला के मुंतुद शेख की मृत्यु पुलिस हिरासत में हो गई थी। मुंतुद शेख को एक महिला के साथ दुष्कर्म के आरोप में संदेह के आधार पर पुलिस ने हिरासत में लिया था। इस मामले में अज्ञात लोगों के विरुद्ध एफआइआर किया गया था।
उसकी मौत के बाद पुलिस का कहना था कि बीमारी की वजह से उसकी मौत हुई है। मुंतुद शेख के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि उनलोगों की पिटाई से मुंतुद की मौत हुई है। हालांकि, परिजनों ने किसी प्रकार की प्राथमिकी नहीं दर्ज कराई थी। इसके बाद भी एसपी ने तत्कालीन थाना प्रभारी बीडी चौधरी को निलंबित किया था।
गौरतलब हो कि सोमवार की रात भी दुष्कर्म के आरोपित पत्थरचट्टी निवासी विजय मंडल की मौत थाने में हो गई थी। पुलिस का कहना है कि हाजत में बने शौचालय की कुंडी में कमीज को लपेट कर फंदा बनाकर उसने फांसी लगा ली। हालांकि, मृतक के परिजनों का कहना है पुलिस ने बुरी तरह से उसकी पिटाई की, जिससे उसकी मौत हुई। यहां भी परिजनों की ओर से अब तक किसी प्रकार की शिकायत नहीं की गई है।
एसपी के निर्देश पर चल रही जांच : हाजत में विजय मंडल द्वारा आत्महत्या करने के मामले को पुलिस ने गंभीरता से लिया है। हरेक पहलू की जांच कर रही है। एसडीपीओ कृष्ण कुमार महतो ने बताया कि जांच प्रक्रिया चल रही है। रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक को भेजी गई है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक ही अंतिम निर्णय लेंगे।