बंदरगाह चालू होने से मिलेगा हजारों हाथों को काम
साहिबगंज समदा में 300 करोड़ की लागत से 70 एकड़ में बनाए गए मल्टीमॉडल टर्मिनल पूरी तरह
साहिबगंज : समदा में 300 करोड़ की लागत से 70 एकड़ में बनाए गए मल्टीमॉडल टर्मिनल पूरी तरह चालू हो जाने से साहिबगंज के विकास की राह खुलेगी। हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा और आत्मनिर्भर झारखंड का सपना साकार होगा। फिलहाल स्टोन चिप्स की ढुलाई ही यहां से हो रही है। कार्गो का परिचालन शुरू होने से सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलेगाद्ध इससे यहां की अर्थव्यवस्था में जान आएगी। देश में गिने-चुने इनलैंड पोर्ट का निर्माण हुआ है। इसमें साहिबगंज का भी एक है। यह वाराणसी के बंदरगाह से भी अत्याधुनिक है। मल्टीमॉडल टर्मिनल को सड़क मार्ग से जोड़ दिया गया है। रेल व वायु मार्ग से भी जोड़ने की कवायद चल रही है। बंदरगाह के पास लॉजिस्टिक पार्क के निर्माण की भी योजना है। 337 एकड़ जमीन पर औद्योगिक यह उपस्कर यानि लॉजिस्टिक पार्क का निर्माण होना है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। बंदरगाह की सभी कार्य पूर्ण होने पर करीब 10 हजार युवाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद है। बंदरगाह के पास बेयरहाउस बनेगा जहां बाहर से आने वाले माल को उतारा जाएगा। नेपाल से भी साहिबगंज के बंदरगाह पर माल लाकर पैकिग कर बाहर भेजा जाएगा।
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साहिबगंज के समदा में मल्टी माडल टर्मिनल प्रारंभ होने के बाद यह भारतीय अंतरदेशीय जल मार्ग एक से जुड़ गया है। यह हल्दिया से वाराणसी तक चालू हुआ है। बंदरगाह के आसपास कई अन्य कार्य होना है। बंदरगाह पर कार्गो उतरने लगा है। माल की ढुलाई भी शुरू हो गई है। बंदरगाह का विस्तार होने से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा।
प्रशांत कुमार, उप निदेशक, भारतीय अंतरदेशीय जल मार्ग प्राधिकार, साहिबगंज