25.44 लाख से 65 लाख पर पहुंची डाक की राशि
उधवा का पियारपुर-पलासगाछी गंगा घाट एक बार फिर से चर्चा में है। तीन साल के लिए इस घाट की डाक 65 लाख रुपये में हुई है। हालांकि डाक के पांच दिन बीतने के बाद भी अब तक राशि जमा नहीं हो सकी है। राशि जमा होगी इसमें भी संशय है। जिला प्रशासन सर्वाधिक बोली लगानेवाले को पत्र भेजने की तैयारी में है।
जागरण संवाददाता, साहिबगंज : उधवा का पियारपुर-पलासगाछी गंगा घाट एक बार फिर से चर्चा में है। तीन साल के लिए इस घाट की डाक 65 लाख रुपये में हुई है। हालांकि, डाक के पांच दिन बीतने के बाद भी अब तक राशि जमा नहीं हो सकी है। राशि जमा होगी इसमें भी संशय है। जिला प्रशासन सर्वाधिक बोली लगानेवाले को पत्र भेजने की तैयारी में है।
2018 में इस घाट की डाक 25 लाख 44 हजार 805 रुपये में तीन साल के लिए हुई थी। उसे 31 मार्च 2021 तक नाविकों से राशि की वसूली करनी थी। अवधि समाप्त होने के बाद एक अप्रैल 2021 से अब तक वहां विभागीय वसूली हो रही है। एक आरटीआइ के जवाब में मिली सूचना के मुताबिक आठ माह में वहां मात्र दो लाख 63 हजार रुपये की वसूली हुई है। जबकि पिछले साल से राजमहल-मानिकचक के बीच चलनेवाली फेरीसेवा के बंद होने से यहां यात्रियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। इसके अलावा किराया भी बढ़ाया गया है। पिछले दिनों यहां अधिक किराया वसूली का मामला राजमहल विधायक अनंत ओझा ने विधानसभा में भी उठाया था। इसके बाद पिछले दिनों घाट की डाक कराई गई।
पांच सदस्यीय कमेटी का किया था गठन : उपायुक्त रामनिवास यादव की अध्यक्षता में पिछले दिनों घाट की डाक हुई। इस मौके पर प्रभारी अपर समाहर्ता प्रभात कुमार बरदियार, डीएसीएलआर जयवर्द्धन कुमार, नजारत उपसमाहर्ता संजय कुमार व जिला सहकारिता पदाधिकारी रवींद्र दास शामिल थे। डाक में कुल पांच लोग शामिल हुए। इसमें पियारपुर के महमूद आलम ने सर्वाधिक 65 लाख की बोली लगाई। दूसरे स्थान पर अजीजुर्र रहमान रहा। उसने 64 लाख की बोली लगाई। तीसरे स्थान पर रहे मसूद आलम ने 55 लाख 10 हजार, चौथे स्थान पर रहे मंजूर आलम ने 53 लाख छह हजार व पांचवें स्थान पर रहे मो. जमाल शेख ने 54 लाख पांच हजार रुपये की बोली लगाई। नियमानुसार सर्वाधिक बोली बोलने वाले को डाक दी गई है। पैसा जमा न करने की स्थिति में उसके द्वारा जमा की गई सुरक्षित राशि को जब्त करते हुए दूसरे व्यक्ति को डाक दे दी जाएगी।
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पियारपुर-पलासगाछी फेरी घाट की डाक हो गई है। महमूद आलम नामक व्यक्ति ने उसे 65 लाख में ली है। एक-दो दिनों में आवश्यक कागजी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद डाक लेनेवाले द्वारा वहां वसूली शुरू करा दी जाएगी।
प्रभात कुमार बरदियार, डीडीसी सह प्रभारी एएसी, साहिबगंज