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पर्यटन में बंदरगाह दिलाएगा साहिबगंज को पहचान

समदा के पास बन रहे मल्टी मॉडल टर्मिनल यानि बंदरगाह से टूरिज्म के क्षेत्र में साहिबगंज को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलेगी। क्रूज भी पर्यटकों को लेकर बंदरगाह आएंगे। अंतरदेशीय जल मार्ग प्राधिकार को मुख्य सचिव ने इसके लिए भी बंदरगाह को डेवलप करने को कहा है। पर्यटन से अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। पर्यटक बंदरगाह पर उतरकर साहिबगंज के रमणीक स्थल एवं प्राकृतिक धरोहरों को देखेंगे। धार्मिक स्थलों के दर्शन करेंगे। इससे साहिबगंज का नाम पूरे विश्व में पर्यटन स्थल के रुप में फैलेगा। भविष्य में वायु मार्ग से जुड़ने पर सीधे पर्यटक यहां पहुंच सकेंगे। वाराणसी से हल्दिया तक के जल मार्ग से साहिबगंज के बंदरगाह को जोड़ा गया है। इससे देश विदेश के पर्यटक सीधे जल मार्ग से साहिबगंज पहुचेंगे।

By JagranEdited By: Published: Sat, 31 Aug 2019 10:20 AM (IST)Updated: Sun, 01 Sep 2019 06:43 AM (IST)
पर्यटन में बंदरगाह दिलाएगा साहिबगंज को पहचान

साहिबगंज: समदा के पास बन रहे मल्टी मॉडल टर्मिनल यानि बंदरगाह से टूरिज्म के क्षेत्र में साहिबगंज को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलेगी। क्रूज भी पर्यटकों को लेकर बंदरगाह आएंगे। अंतरर्देशीय जल मार्ग प्राधिकार को मुख्य सचिव ने इसके लिए भी बंदरगाह को डेवलप करने को कहा है। पर्यटन से अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। पर्यटक बंदरगाह पर उतरकर साहिबगंज के रमणीक स्थल एवं प्राकृतिक धरोहरों को देखेंगे। धार्मिक स्थलों के दर्शन करेंगे। इससे साहिबगंज का नाम पूरे विश्व में पर्यटन स्थल के रुप में फैलेगा। भविष्य में वायु मार्ग से जुड़ने पर सीधे पर्यटक यहां पहुंच सकेंगे। वाराणसी से हल्दिया तक के जल मार्ग से साहिबगंज के बंदरगाह को जोड़ा गया है। इससे देश विदेश के पर्यटक सीधे जल मार्ग से साहिबगंज पहुचेंगे।

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साहिबगंज आने वाले पर्यटक सबसे पहले गंगा की खुबसूरती को क्रूज के माध्यम से देख सकेंगे। इसके अलावा साहिबगंज शहर के प्रमुख मंदिर व कन्हैयास्थान का मंदिर व मंगलहाट का जामी मस्जिद व बारहद्वारी, राजमहल के दर्जनों ऐतिहासिक स्थल, उधवा का उद्धवमुनी का आश्रम स्थल, बरहड़वा का शुक्रवासिनी मंदिर, महाराजपुर का मोतीझरना ये सभी प्राकृतिक व ऐतिहासिक स्थल गंगा तट पर ही बसे हैं। जहां का दर्शन अब भी देशी विदेशी पर्यटक करते हैं परंतु उन्हें अभी पश्चिम बंगाल से मालदा फरक्का व वहां से जल मार्ग से राजमहल व साहिबगंज आना पड़ता है। बीच बीच में वाराणसी व कानपुर, इलाहाबाद से भी विदेशी पर्यटकों का जत्था जल मार्ग से साहिबगंज पहुंचता है परंतु मल्टी मॉडल टर्मिनल के उद्घाटन के बाद वहां से भी पर्यटकों को आकर्षित करने का इंतजाम किया जाएगा। नमामि गंगे से गंगा किनारे रिवर फ्रंट का निर्माण कर गंगा किनारे का आकर्षण बढ़ाने का प्रयास प्रशासन की ओर से किया गया है। राजमहल व साहिबगंज के अलावा कन्हैयास्थान के पास आठ रिवर फ्रंट बन गया है। साहिबगंज में पर्यटन को बढ़ावा देने से यहां की आर्थिक व्यवस्था में भी मजबूती आएगी। साथ ही गुमनाम पर्यटन स्थलों की किस्मत भी चमकेगी।

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साहिबगंज के बंदरगाह को पर्यटन की दृष्टि से भी डेवलप करने की बात मुख्यसचिव ने की है। उनके निर्देश के अनुसार टूरिज्म के प्रति आकर्षण बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। बंदरगाह तक क्रूज भी पहुंचे इसको लेकर प्रयास किया जाएगा। इससे पर्यटक यहां उतर सके एवं आसपास के प्राकृतिक एवं एतिहासिक स्थलों की सैर कर सकें।

प्रशांत कुमार, उप निदेशक, अंतरर्देशीय जल मार्ग प्राधिकार, साहिबगंज


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