महासमर : हाथीमारा गांव की जीवन रेखा जर्जर
सुध ही नहीं -------------------महेशपुर विधानसभा--------------------------- संवाद सूत्र मह
सुध ही नहीं
-------------------महेशपुर विधानसभा---------------------------
संवाद सूत्र, महेशपुर(पाकुड़): सड़क किसी भी क्षेत्र के विकास का पैमाना माना जाता है। सड़क के रास्ते ही गांव का विकास हो सकता है। इसलिए सड़क को जीवन रेखा कहा जाता है। परंतु महेशपुर प्रखंड के हाथीमारा व मानिकपुर गांव को प्रखंड मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़क बदहाल है। सड़क में गड्ढे ही गड्ढे हैं। इस सड़क की दुर्दशा की ओर ना तो स्थानीय जन प्रतिनिधि का ध्यान गया और ना ही प्रशासन ने ही इसकी सुधि ली। यहां के लोग हिचकोले खाने को विवश हैं। हरेक दिन इस समस्या से रूबरू होना पड़ रहा है। बारिश के दिनों में सड़क पर गड्ढों में पानी भरने से वाहन दुर्घटनाग्रस्त का भय बना रहता है। कई पंचायतों को प्रखंड मुख्यालय से जोड़ने वाली यह मुख्य सड़क है।
स्थानीय ग्रामीण राजेश कुमार, तारु भंडारी, नादु माल, हीरू राय, माकूल माल आदि ने बताया कि जर्जर सड़क की मरम्मत के लिए कई बार विभागीय अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक गुहार लगाई गई, लेकिन किसी ने कोई संज्ञान नहीं लिया। सड़क की शीघ्र मरम्मती नहीं कराई गई तो फिर बरसात के दिनों में आवागमन पूरी तरह ठप हो जाएगी। और हजारों लोग प्रखंड मुख्यालय से कट जाएंगे। मरम्मत के लिए विधायक एवं सांसद द्वारा अनदेखी का आरोप क्षेत्र की जनता ने लगाया है।