अनुमंडल अस्पताल में दूर करें चिकित्सकों की कमी
अनुमंडलीय अस्पताल राजमहल में व्याप्त चिकित्सकों की कमी की समस्या को दूर कर यहां सुव्यवस्थित चिकित्सीय व्यवस्था बहाल करने की मांग करते हुए पूर्व अध्यक्ष भाजपा पंचायती राज प्रकोष्ठ मनोज कुमार साहा द्वारा सूबे के स्वास्थ्य मंत्री को प्रेषित ज्ञापन पर परिवार एव स्वास्थ्य कल्याण मंत्रालय द्वारा संज्ञान लिए जाने पर श्री साहा ने प्रसन्नता जताया। इस संदर्भ में श्री साहा ने बताया कि चिकित्सकों के स्वीकृत 21 पदों में से मात्र तीन के ही कार्यरत रहने के चलते अनुमंडलीय अस्पताल में मरीजों को चिकित्सीय सुविधा नही के बराबर मिल पाती है।उन्होंने प्रेषित ज्ञापन के माध्यम से यह बताया था कि राजमहल में पदस्थापित चिकित्सक
राजमहल (साहिबगंज): अनुमंडल अस्पताल राजमहल में चिकित्सकों की कमी दूर कर चिकित्सा व्यवस्था बहाल करने की मांग भाजपा नेता मनोज कुमार साहा ने सूबे के स्वास्थ्य मंत्री को भेजे ज्ञापन पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से संज्ञान लिए जाने पर कही। उन्होंने बताया कि चिकित्सकों के स्वीकृत 21 पदों में से मात्र तीन के कार्यरत रहने के कारण अस्पताल में मरीजों को बेहतर सेवा नहीं मिली पाती थी है। राजमहल में पदस्थापित चिकित्सक डॉ. प्रीति नयन बीते चार माह से प्रशिक्षण पर है। डॉ. प्रभात मल्लिक की प्रतिनियुक्ति साहिबगंज सदर अस्पताल में, डॉ. खालिक अंसारी की प्रतिनियुक्ति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उधवा में है। सर्जन डॉ. विकास लाल 21 जून 2016 से, डॉ. मिता सिन्हा 17 जनवरी 2017 से अनुपस्थित है। वर्तमान में अस्पताल मात्र तीन चिकित्सकों प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. संजय कुमार, डा. गुफरान आलम एवं डा. बबलूकुमार के भरोसे चल रहा है। अनुमंडल अस्पताल के बगल में स्थित आयुर्वेदिक अस्पताल भी चिकित्सकों के अभाव में दम तोड़ रहा है। अस्पताल के लिए कम से कम एक सर्जन, एक शिशु रोग विशेषज्ञ, एक महिला रोग विशेषज्ञ एवं एमडी. के पदस्थापन की मांग की गई थी। श्री साहा ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने उनके आवेदन पर संज्ञान लेते हुए विभागीय सचिव को मामले में अग्रेतर कार्यवाही का निर्देश दिया है।