पैसों के लिए उम्र बढ़वाने से भी पीछे नहीं हट रहे लोग, वोटर ID मांगने पर हो जाते हैं गायब, जानें क्या है मामला
Sahebganj News आम तौर पर यह देखा जाता है कि लोग अपने बच्चों की आयु कम लिखवाते हैं ताकि शिक्षा और नौकरी में दी जाने वाली योजनाओं में लाभ मिल सके। हालांकि अब कुछ लोग अपनी उम्र बढ़वा रहे हैं ताकि सरकारी पेंशन का लाभ उठा सकें।
जागरण संवाददाता, साहिबगंज: सामान्य तौर पर अभिभावक अपने बच्चों के उम्र प्रमाणपत्र में वास्तविक उम्र से साल-दो साल कम लिखवाते हैं। इसके कई फायदे हैं। इनमें एक अहम बात यह है कि नौकरीपेशा लोग अधिक उम्र तक नौकरी करते हैं लेकिन जिले के लोग इन दिनों पेंशन के लिए अपना उम्र बढ़वा रहे हैं।
जिले में आ चुके हैं कई मामले
जिले में इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। पिछले सप्ताह पतना प्रखंड की शहरी पंचायत के अर्जुनपुर गांव की तेरेसा बास्की व शीवा पहाड़िया का आवेदन पेंशन के लिए प्रखंड कार्यालय पहुंचा। दोनों के आधार पर जन्म तिथि एक जनवरी 1961 अंकित था।
अक्सर आते हैं ऐसे मामले
यानी दाेनों की उम्र 62 वर्ष पूरी हो गई थी लेकिन पेंशन की फाइल तैयार करने वाले कर्मियों ने जब पोर्टल पर जब उनके आधार का नंबर डाला तो दोनों की उम्र 50 से 60 के बीच बता रहा था। इसके बाद कर्मियों ने उसे मतदाता पहचान पत्र लेकर आने को कहा। इसके बाद दोनों लौट कर नहीं आए। कार्यालय कर्मियों की मानें तो अक्सर इस तरह के मामले सामने आते रहते हैं।
क्यों आ रहे मामले
दरअसल, पूर्व में सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्राप्त करना काफी कठिन काम था। प्रत्येक वर्ष राज्य मुख्यालय से पेंशन का लक्ष्य दिया जाता था और उसी अनुरूप पेंशन की स्वीकृति दी जाती थी लेकिन राज्य की हेमंत सरकार ने पिछले साल सभी जरूरतमंदों को पेंशन देने का निर्देश दिया। ऐसे में अब यह आसानी से मिल जाती है।
बिचौलिये बना रहे फर्जी आधार कार्ड
इसे देखते हुए कुछ बिचौलिये भी सक्रिय हो गए और कागजात में हेरफेर कर पेंशन की स्वीकृति दिलाने में लग गए। आधार कार्ड में जन्मतिथि में बदलाव काफी कठिन है। ऐसे में बिचौलियों ने फर्जी आधार ही बनाना शुरू कर दिया।
1 लाख 29 हजार लोगों को मिल रही पेंशन योजना का लाभ
पिछले साल सरकार द्वारा पंचायतों में लगाए गए शिविर में पेंशन के करीब 10 हजार आवेदन आए। इन आवेदनों में दिसंबर तक करीब 7200 आवेदन स्वीकृत हो चुका था। फिलहाल जिले के एक लाख 29 हजार 818 लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना का लाभ मिलता है। इनमें 49018 लोगों को केंद्रीय पेंशन योजना तो 80800 लोगों को राज्य की पेंशन योजना का लाभ मिलता है।
वोटर आईडी मांगने पर हो जाते हैं गायब
पतना के बीडीओ सुमन कुमार सौरभ ने बताया कि आधार में फर्जीवाड़ा कर वृद्धावस्था पेंशन प्राप्त करने की कोशिश के कई मामले सामने आ चुके हैं। जब उन्हें वोटर आइ कार्ड व अन्य कागजात लाने को कहा जाता है तो आवेदक गायब हो जाते हैं।
पिछले दिनों दो लोगों का आवेदन पेंशन के लिए आया। आधार पर अंकित जन्म तिथि के अनुसार उनकी उम्र 62 वर्ष हो रही थी लेकिन जब आधार के पोर्टल पर चेक कराया गया तो उसमें 60 साल के अंदर निकला।