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बाढ़ से दस हजार एकड़ में लगी धान की फसल बर्बाद

गंगा नदी में पिछले दिनों आयी बाढ़ के कारण राजमहल प्रखंड के सैदपुर मोकिमपुर व घाट जमनी पंचायत क्षेत्र के विभिन्न बहियार में किसानों द्वारा करीब दस हजार एकड़ जमीन में लगाये गये धान का फसल डूबने से नष्ट हो गया है। एक ओर राज्य के लगभग 10 से 12 जिलों में औसतन काफी कम बारिश होने से किसान धान की रोपनी नहीं कर पाये थे। वैसे जिलों को सुखाड़ की श्रेणी में रखी भी गई है। साहिबगंज जिले में अच्छी बारिश हुई थी और लगभग 90 प्रतिशत धान रोपनी का कार्य संपन्न किया गया था। इससे

By JagranEdited By: Published: Fri, 25 Oct 2019 07:59 PM (IST)Updated: Sat, 26 Oct 2019 06:40 AM (IST)
बाढ़ से दस हजार एकड़ में लगी धान की फसल बर्बाद

तालझारी (साहिबगंज) : गंगा नदी में पिछले दिनों आई बाढ़ से राजमहल प्रखंड की सैदपुर, मोकिमपुर व घाट जमनी पंचायत क्षेत्र के विभिन्न बहियार में करीब दस हजार एकड़ जमीन में लगी धान की फसल बर्बाद हो गई है। अन्य जिलों में औसतन काफी कम बारिश होने से किसान पूरी धनरोपनी नहीं कर पाए थे। बावजूद साहिबगंज में अच्छी बारिश हुई थी और 90 प्रतिशत धनरोपनी हुई थी। इससे किसान खुश थे। पिछले दिनों तूफान हिका ने किसानों को हिला कर रख दिया। गंगा नदी उफान पर थी। गंगा में आई बाढ़ ने किसानों को तबाह कर दिया। राजमहल प्रखंड के खासकर मोकिमपुर, सैदपुर एवं घाटजमनी में दस हजार एकड़ से भी अधिक धान का फसल नष्ट होने का अनुमान है।

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लगभग 25 बीघा में धान की खेती करते हैं। सैदपुर, बुजरूग व गंगजलीया में करीब 10 बीघा जमीन में लगी धान की फसल बाढ़ के पानी में डूबकर नष्ट हो गई।

फागु मंडल, किसान, कमलैन बगीचा

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अच्छी बारिश हुई तो पांच बीघा जमीन में धनरोपनी कर दी। अंत समय में बाढ़ ने सब बर्बाद कर दिया है।

सुधीर मंडल, किसान, कमलैन बगीचा

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चार बीघा जमीन में धान की फसल लगाए थे। यह बाढ़ के पानी में डूबकर बर्बाद हो गई। इससे वे काफी चितित हैं।

गिरीश मंडल, किसान, शोभापुर

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सैदपुर बुजरुग में तीन बीघा जमीन में धनरोपनी की थी। बाढ़ के पानी से बर्बाद हो गई। घर की आर्थिक स्थिति कमजोर रहने के कारण रिश्तेदारों से कर्ज भी लिया है। सोचा था धान होने पर कर्ज चुकता कर देंगे। फसल को नष्ट कर सब कुछ बर्बाद कर दिया है।

रामदास मंडल, किसान, पत्थरचट्टी

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दूसरे की खेत में बटाईदार के रूप में धान लगाया है। पानी में डूबे धान की फसल को नष्ट हुआ देख वह काफी चितित हैं। अब कर्ज चुकाना भी मुश्किल है।

सूदन मंडल, किसान, कन्हैयास्थान

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फसल बीमा योजना का नहीं मिला लाभ : वित्तीय वर्ष 2016-17, 17-18 एवं 18-19 में मोकिमपुर, सैदपुर एवं घाट जमनी पंचायत के सैकड़ों किसानों ने निर्धारित राशि जमा कर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अगहनी धान फसल का बीमा करवाया था। कृषक मित्र सागर मंडल, मधु रजक, बिहारी मंडल, कालीचरण मंडल सहित अन्य ने बताया कि विभागीय आदेशानुसार उनलोगों ने सैकड़ों किसान का धान की फसल बीमा करवाया। बाढ़ के पानी में डूबने के बाद इसका कंपनी के माध्यम से क्लेम भी किया गया। जांच के बाद भी बीमा राशि का भुगतान नहीं किया गया।


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