Move to Jagran APP

पाकुड़ में पहाड़िया बच्ची की मौत पर हंगामा, निशिकांत दुबे ने किया दुष्‍कर्म का दावा, डॉक्‍टर ने कही ये बात

पाकुड़ में सामूहिक दुष्‍कर्म के बाद तीनों बच्चियों को 23 जुलाई की सुबह बरहेट के चंद्रगौड़ा मिशन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनमें से एक बच्ची की मौत हो गई थी तो दो का इलाज वहां चल रहा है। हालांकि पुलिस का कहना है कि यह मामला फूड प्वाॅयजनिंग का है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा बरहेट थाने को इस संबंध में सूचना दी गई है

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenPublished: Thu, 27 Jul 2023 03:38 PM (IST)Updated: Thu, 27 Jul 2023 03:46 PM (IST)
पाकुड़ में सामूहिक दुष्‍कर्म के बाद पहाड़िया बच्ची की मौत।

जागरण संवाददाता, साहिबगंज। पाकुड़ जिले के लब्दा मिशन स्कूल में पढ़ने वाली पहाड़िया बच्ची की मौत के कारणाें की खोज में पुलिस पूरी तरह से जुट गई है। बुधवार की रात बरहड़वा एसडीपीओ प्रदीप उरांव व बरहेट थाना प्रभारी गौरव कुमार ने चंद्रगौड़ा मिशन अस्पताल में पहुंचकर बच्चियों व उनके अभिभावकों से बातचीत की। पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा थाने की पुलिस ने भी अस्पताल में पहुंचकर छानबीन की। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष एवम पूर्व मुख्‍यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने भी इस घटना की निंदा की है।

loksabha election banner

दुष्‍कर्म की शिकार बच्चियों में से एक की मौत

सूत्रों की मानें तो अस्पताल के चिकित्सक ने बताया कि फूड प्वाॅइजनिंग की वजह से बच्ची की मौत हुई है। उधर, गोड्डा सांसद डा. निशिकांत दुबे ने इस मामले में ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा कि सामूहिक दुष्‍कर्म की वजह से एक बच्ची की मौत हुई है और दो वेंटिलेटर पर हैं। इस ट्वीट के जवाब में पाकुड़ पुलिस ने लिखा है कि इस संबंध में चंद्रगौड़ा मिशन अस्पताल बरहेट के चिकित्सक की रिपोर्ट के अनुसार यह मामला फूड प्वाॅयजनिंग का है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा बरहेट थाने को इस संबंध में सूचना दी गई है, जिस पर पुलिस कार्रवाई कर रही है।

बच्‍ची के श्राद्ध कर्म की तैयारी

उधर, साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव के निर्देश पर बरहेट बीडीओ साेमनाथ बनर्जी ने भी अस्पताल में पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल की। अब तक यह बात सामने आई है कि जिस बच्ची की मौत हुई है वह पतना प्रखंड के बड़ा गुम्मा पहाड़ की है। कुछ सामाजिक कार्यकर्ता गुरुवार को उसके घर पहुंचे, लेकिन घर में कोई पुरुष सदस्य नहीं था। पता चला कि सभी बच्ची के श्राद्ध कर्म के लिए सामान लाने हिरणपुर गए हैं।

23 जुलाई को थीं एडमिट

गौरतलब हो कि 23 जुलाई की सुबह स्कूल की तीन नाबालिग पहाड़िया बच्चियों को बरहेट के चंद्रगौड़ा मिशन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनमें से एक बच्ची की मौत हो गई थी तो दो का इलाज वहां चल रहा है। दो दिन तक दोनों बच्चियां बेहोशी की स्थिति में रहीं। हालांकि, अब उन्हें होश आ गया है लेकिन वे बयान देने की स्थिति में नहीं हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.