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झामुमो सांसद विजय हांसदा के लिए मां को चाहिए ऐसी बहू जो सियासत में भी करे सहयोग Sahibganj News

MP Vijay Hansdak. दूसरी बार सांसद चुने जाने के बाद अब विजय हांसदा की माता सरोजनी मुमरू चाहती हैं कि घर में तुरंत शहनाई बजे।

By Sachin MishraEdited By: Published: Wed, 03 Jul 2019 01:20 PM (IST)Updated: Wed, 03 Jul 2019 01:20 PM (IST)
झामुमो सांसद विजय हांसदा के लिए मां को चाहिए ऐसी बहू जो सियासत में भी करे सहयोग Sahibganj News
झामुमो सांसद विजय हांसदा के लिए मां को चाहिए ऐसी बहू जो सियासत में भी करे सहयोग Sahibganj News

साहिबगंज, डॉ. प्रणेश। राजमहल के झामुमो सांसद विजय हांसदा। उम्र 36 वर्ष। अविवाहित। दूसरी बार सांसद चुने जाने के बाद अब उनकी माता चाहती हैं कि घर में तुरंत शहनाई बजे। माता सरोजनी मुमरू ने पुत्र के लिए बहू की तलाश शुरू कर दी है। उन्हें ऐसी आदिवासी बाला चाहिए, जिसकी तालीम बेहतर हो। सरोजनी मुमरू कहती है, उन्हें पढ़ी लिखी बहू चाहिए जो घर का कामकाज देखने के साथ विजय को राजनीति में भी सहयोग कर सके। जैसे ही मन लायक लड़की मिल जाएगी, तुरंत बेटे की शादी करेंगी।

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विजय हांसदा राजनीतिक परिवार से हैं। उनके पिता थॉमस हांसदा संताल परगना के दिग्गज राजनेता थे। अब इस दुनिया में नहीं हैं। सरोजनी मुमरू कहती है कि उनका बेटा दिन भर समाज के बारे में सोचता है, लोगों के लिए काम करता है। उसे देखने वाला कोई नहीं है। खाने पीने से लेकर उसकी सेहत का ख्याल रखना पड़ रहा है। योग्य बहू मिल जाए तो सारी जवाबदेही से मुक्ति मिल जाएगी।

विजय की मां जातीय बंधन तोड़ने को तैयार नहीं

सरोजनी मुमरू जातीय बंधन तोड़ने को तैयार नहीं हैं। वो बोलीं, विजय के पिता भी चाहते थे कि आदिवासी लड़की उनके परिवार की बहू बने। ऐसा ही होगा। कभी हमने सोचा नहीं था कि विजय राजनीति में जाएगा। पति और वो चाहते थे कि विजय पढ़ लिख कर बड़ा सरकारी अफसर बने, सुंदर और पढ़ी लिखी आदिवासी लड़की से उसकी शादी करेंगे। नियति को कुछ और मंजूर था। अचानक उनके पति का निधन हो गया तो विजय अपने आप सियासत की ओर बढ़ता चला गया।

झामुमो के कई दिग्गज नेता बनाना चाहते हैं रिश्तेदार

2014 में विजय हांसदा पहली बार सांसद चुने गए थे तो झामुमो के कई नेताओं ने रिश्तेदारी जोड़ने का प्रयास किया था। एक कद्दावर नेता अपनी भतीजी की शादी कराना चाहते थे। कुछ कारणों से बात नहीं बन पाई। एक और नेता ने भी प्रयास किया पर बात नहीं बनी।

विजय के पिता थॉमस हांसदा थे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष

विजय के पिता थॉमस हांसदा की गिनती अविभाजित बिहार में कांग्रेस के बड़े नेताओं में होती थी। वे दो बार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। दो बार राजमहल से सांसद रहे हैं। बरहेट व राजमहल से विधायक चुने गए हैं। कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं। 2010 में उनका असामयिक निधन हो गया।


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