अपहृत छात्र को छोड़ने के लिए मांगी 40 लाख की फिरौती, 20 लाख में सौदा
अगवा किए गए इंटर के छात्र युवराज सिंह को छोड़ने के एवज में अपराधियों ने परिजनों से पहले 40 लाख रुपये फिरौती मांगी।
जागरण संवाददाता, रांची। योगदा सत्संग कॉलेज के अगवा किए गए इंटर के छात्र युवराज सिंह को छोड़ने के एवज में अपराधियों ने परिजनों से पहले 40 लाख रुपये फिरौती मांगी। सूत्रों की मानें तो मोलभाव के बाद सौदा 20 लाख रुपये में तय हुआ है। वहीं, पुलिस को छात्र का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।
रांची पुलिस अगवा छात्र युवराज को बरामद करने के लिए हाजीपुर के कई स्थानों पर छापेमारी कर रही है। रांची पुलिस की दूसरी टीम ने चंदन सोनार गिरोह के एक संदिग्ध को फिर से पकड़ा है। पुलिस उसकी निशानदेही पर संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। माना जा रहा है कि चंदन सोनार गिरोह के संदिग्ध को पकड़ने से पहले ही अपहृत युवराज को दूसरे जगह पर शिफ्ट कर दिया गया है। बिहार की हाजीपुर पुलिस छात्र को सकुशल बरामद करने के लिए अपने गुप्त सूत्रों से जानकारी एकत्रित कर रही है।
अप्रैल में रची गई थी अपहरण की कहानी
रांची पुलिस ने छात्र युवराज के दोस्त शंकर तिवारी से सख्ती से पूछताछ की। गिरफ्तार शंकर ने रांची पुलिस के समक्ष कई पर्दाफाश किए हैं। आरोपित शंकर ने कहा कि युवराज के अपहरण की कहानी अप्रैल में रची गई थी। युवराज के अपहरण की साजिश में उसने अपने मौसेरे भाई प्रतीक तिवारी को भी शामिल किया था। प्रतीक चंदन सोनार गैंग के लिए काम करता है। इससे पूर्व युवराज ने दादा को रिटायरमेंट के बाद मोटी रकम मिलने की जानकारी दोस्त शंकर से शेयर की थी। इसके बाद शंकर तिवारी ने भाई प्रतीक संग मिलकर युवराज के अपहरण की साजिश रची थी।