तालझारी कस्तूरबा की छात्राओं ने वार्डन के खिलाफ खोला मोर्चा
कुव्यवस्था से तंग आकर कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय तालझारी की छात्राओं ने रविवार को वार्डन के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया।
संवाद सहयोगी, तालझारी (साहिबगंज) : कुव्यवस्था से तंग आकर कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय तालझारी की छात्राओं ने रविवार को वार्डन के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया। छात्रा सोमा कुमारी, सरिता कुमारी, शबानि खातून, तमन्ना प्रवीण, अफ्ररोधी खातून, रानी मुर्मू, चंदना कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, लक्खी कुमारी, पार्वती हांसदा, काजोली कुमारी, सृष्टि कुमारी, दीपा कुमारी, शीला कुमारी, अंजली कुमारी, पूनम कुमारी सहित अन्य सैकड़ों छात्राओं ने कहा कि वार्डन रेखा कुमारी सड़े आटा की रोटी बनवाती हैं। नहीं खाने पर गाली-गलौज करती है। छात्राओं से ही खाना भी बनवाया जाता है। सभी से वार्डन पैर दबवाती है और कपड़ा भी साफ करवाती है। इन्कार करने पर चोरी के आरोप में फंसाने की बात कहती हैं। बच्चियों ने यह भी कहा कि अगर वार्डन रेखा कुमारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो हमलोग विद्यालय छोड़कर धरना प्रदर्शन में ही बैठे रहेंगे। बच्चियों ने कहा कि विद्यालय के निरीक्षण के लिए आनेवाले अधिकारी के समक्ष किसी प्रकार की शिकायत करने पर वार्डन उन लोगों को प्रताड़ित करती हैं। अभिभावकों को भी विद्यालय की व्यवस्था के बारे में बताने नहीं दिया जाता है। कहते है किसी से भी यदि शिकायत की तो उन्हें विद्यालय से निकाल दिया जाएगा। एसएलसी में ऐसा लिखेंगे कि किसी भी विद्यालय में नामांकन नहीं होगा। कभी-कभी बच्चियों को छुट्टी के बहाने घर ले जाने को कहा जाता है और जब पुन: वापस स्कूल आती हैं तो वह लेने से इन्कार कर देती है। इसके अलावे विद्यालय की रंग-रोगन के लिए बाहर से जो मिस्त्री आता है उसे भी उन लोगों के कमरे के आसपास ही रात में सुलाया जाता है। जबकि पुरुष को विद्यालय में रहना मना है। परंतु, वार्डन के खिलाफ बोलना हम लोगों के लिए पढ़ाई बंद करने के बराबर है। इसलिए हम सब मिलकर यह निर्णय लिया है कि जब तक वार्डन पर कार्रवाई नहीं की जाती है तब तक सभी लोग आंदोलन जारी रखेंगे। बीडीओ शिवाजी भगत ने बताया कि पूर्व में भी वार्डन के खिलाफ अभिभावकों ने आवेदन दिया था। बीईईओ को मामले की जांच का निर्देश दिया गया था। जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।