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नमामि गंगे का मॉडल स्टेट होगा झारखंड : उमा

जागरण टीम, उधवा/राजमहल (साहिबगंज) : केंद्रीय पेयजल व स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने शनिवार को राजमहल म

By JagranEdited By: Published: Sun, 04 Nov 2018 06:15 AM (IST)Updated: Sun, 04 Nov 2018 06:15 AM (IST)
नमामि गंगे का मॉडल स्टेट होगा झारखंड : उमा
नमामि गंगे का मॉडल स्टेट होगा झारखंड : उमा

जागरण टीम, उधवा/राजमहल (साहिबगंज) : केंद्रीय पेयजल व स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने शनिवार को राजमहल में कहा कि झारखंड नमामि गंगे परियोजना का मॉडल स्टेट होगा। यहां चल रही नमामि गंगे परियोजना का अनुकरण देश के दूसरे राज्य करेंगे। राजमहल के चरवाहा मैदान में गंगा स्वच्छता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद उन्होंने झारखंड के साहिबगंज जिले की 33 पंचायतों के 78 गांवों में नमामि गंगे परियोजना में शामिल किया। नमामि गंगे की जितनी भी योजनाएं थीं, सभी यहां लागू की गई है। बाद में इसमें गंगा स्वच्छता कार्यक्रम को भी शामिल कर लिया गया। सिर्फ दो वर्ष में लगभग सभी लक्ष्य पूरे कर लिए गए।

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उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि 2017 में बनारस में एक चुनावी सभा में कहा गया था कि मोदी की नमामि गंगे परियोजना फेल हो गई है, तब मैंने कहा था कि इसके लिए अक्तूबर 2018 अंतिम डेडलाइन है। अगर इस समय तक नमामि गंगे का काम नहीं दिखा तो मैं जल समाधि ले लूंगी। वह अब यहां आकर नमामि गंगे की सफलता को देखें और गंगा में कूदने को तैयार हो जाएं।

गंगा की स्वच्छता पर उमा ने कहा कि गंगा यूरोप की राइम या इंग्लैंड की टेम्स नदी जैसी नहीं है। गंगा नदी में हम डुबकी लगाते हैं। इसका धार्मिक और आर्थिक महत्व है। यूरोप की राइन नदी गंगा के समान चौड़ी व लंबी है तथा टेम्स नदी गंगा जैसी गंदी थी। टेम्स को साफ करने में 80 साल लगे, जबकि राइन को साफ करने में 60 साल लग गए। लेकिन, मोदी सरकार ने सिर्फ दो साल में गंगा नदी को साफ कर दिया है। साहिबगंज में 80 किलोमीटर लंबे गंगा तट पर सुंदर और आकर्षक घाट बनाए गए हैं। हरिद्वार से गंगोत्री तक प्रतिदिन लगभग 20 लाख लोग डुबकी लगाते हैं। अगर साल भर का हिसाब किया जाए तो लगभग 70 करोड़ लोग गंगा में डुबकी लगाते हैं तथा पूजन सामग्री के साथ अन्य चीजों को नदी में प्रवाहित करते हैं। ऐसे में सरकार 20 हजार करोड़ तो क्या, इससे अधिक राशि भी खर्च कर दे, तब भी गंगा को स्वच्छ नहीं रखा जा सकता है। गंगा की स्वच्छता को युवाओं को आगे आना होगा, तभी गंगा स्वच्छ व निर्मल रह सकती है।

इससे पूर्व उमा भारती के साथ विभागीय सचिव परमेश्वरन अय्यर, झारखंड सरकार की विभागीय सचिव अराधना पटनायक, विधायक अनंत कुमार ओझा, निदेशक अमित कुमार, युगल किशोर सैनी ने दीप प्रज्वलित कर सम्मेलन का शुभारंभ किया। अतिथियों का स्वागत उपायुक्त संदीप कुमार ने किया। धन्यवाद ज्ञापन अपर समाहर्ता अनमोल सिह ने दिया।


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