क्वारंटाइन सेंटरों में नाश्ते में इडली-सांभर तो दोपहर में चिकन भात
साहिबगंज जिला प्रशासन को स्थानीय कारोबारियों का साथ मिला है। उनके सहयोग से विभिन्न प्रखंडो
साहिबगंज : जिला प्रशासन को स्थानीय कारोबारियों का साथ मिला है। उनके सहयोग से विभिन्न प्रखंडों में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटरों में प्रवासी मजदूरों को अब नाश्ता में अलग-अलग आइटम उपलब्ध कराया जा रहा है। किसी दिन इडली-सांभर तो किसी दिन पोहा उपलब्ध कराया जा रहा है। कहीं-कहीं कचौड़ी सब्जी तो कुछ क्वारंटाइन सेंटरों में फल के साथ चिकेन-मटन भी उपलब्ध कराया जा रहा है। इससे क्वारंटाइन सेंटरों में रह रहे लोगों ने राहत की सांस ली है। कुछ क्वारंटाइन सेंटरों में टीवी भी लगाया गया है।
गौरतलब हो कि पिछले दिनों बरहेट स्थित क्वारंटाइन सेंटर से कुछ मजदूर भाग गए थे। जांच-पड़ताल के दौरान यह बात सामने आयी थी कि सरकार की ओर से मजदूरों के सुबह के नाश्ता तथा दोपहर व रात के खाने के लिए मात्र 60 रुपये दिया जाता है। इस वजह से सुबह में मूढ़ी या चूड़ा तथा दोपहर में चावल-दाल व सब्जी तथा रात में चावल या खिचड़ी दी जाती है। इसके बाद उपायुक्त वरुण रंजन ने स्थानीय पत्थर व्यवसायियों के साथ-साथ अन्य लोगों के सहयोग से क्वारंटाइन सेंटरों में रह रहे लोगों के लिए नाश्ता आदि की व्यवस्था करने का निर्देश दिया था। पूरे सप्ताह का मेन्यू निर्धारित कर प्रत्येक दिन नाश्ता में अलग-अलग आइटम उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था। प्रशासन की अपील पर कुछ पत्थर व्यवसायी, बैंक, एनसीओ आदि मदद के लिए आगे आए हैं। वे अपनी तरफ से नाश्ता उपलब्ध करा रहे हैं। प्रशासन की ओर से उन्हें दोनों शाम का खाना उपलब्ध कराया जा रहा है। इस वजह से खाने की क्वालिटी में सुधार हुआ है। टाउन हॉल क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे राजीव रंजन ने बताया कि बुधवार को सुबह के नाश्ता में पूरी तथा आलू-चना की सब्जी तथा दोपहर के भोजन में चावल-दाल, भिडी का भुजिया तथा आलू व चना दाल की सब्जी परोसा गया। टाउन हॉल में ही बुधवार को मिठाई का भी वितरण किया गया। हालांकि, महिला आश्रय गृह स्थित क्वारंटाइन सेंटर में रह रही अनिता केसरी ने बताया कि बुधवार को उनलोगों को काफी विलंब से खाना मिला। सुबह में नाश्ते में मुढ़ी-घुघनी व मिठाई दी गई। बरहड़वा के क्वारंटाइन सेंटरों में मंगलवार को इडली-सांभर परोसा गया। शुक्रवार को सभी क्वारंटाइन सेंटरों में इफ्तार के लिए फल उपलब्ध कराने की योजना है।
उधवा व राजमहल में हो रही समस्या : राजमहल व उधवा के क्वारंटाइन सेंटरों में नाश्ता आदि उपलब्ध कराने में कुछ समस्या आ रही है। मंडरो, तालझारी, बरहड़वा, पतना आदि प्रखंडों में पत्थर की कई खदानें हैं जिसके मालिक क्वारंटाइन सेंटरों में नाश्ता आदि उपलब्ध कराने में आíथक सहयोग कर रहे हैं लेकिन उधवा व राजमहल में ऐसे लोगों की कमी है। इस वजह से बगल के प्रखंड के कारोबारियों को वहां सहयोग करने को कहा गया है।
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पत्थर कारोबारियों से क्वारंटाइन सेंटरों में रह रहे मजदूरों को नाश्ता उपलब्ध कराने को कहा गया है। सभी कारोबारी बढ़ चढ़कर इसमें सहयोग कर रहे हैं। बेहतर नाश्ता व खाना क्वारंटाइन सेंटरों में रह रहे मजदूरों को उपलब्ध कराया जा रहा है।
विभूति कुमार, जिला खनन पदाधिकारी, साहिबगंज
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बरहड़वा में दो क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं जहां करीब 200 प्रवासी मजदूर हैं। मंगलवार को सभी को इडली-सांभर परोसा गया। इससे पूर्व सभी को फल उपलब्ध कराया गया था। शुक्रवार को जुम्मे के मौके पर इफ्तार के लिए सभी को फल उपलब्ध कराया जाएगा।
चंदन कुमार सिंह, बीडीओ बरहड़वा व पतना