आदर्श सांसद ग्राम उत्तर पियारपुर में चिकित्सा का हाल बेहाल
उधवा (साहिबगंज): उधवा प्रखंड अंतर्गत सांसद आदर्श ग्राम पंचायत उत्तर पियारपुर में चिकित्सा का ह
उधवा (साहिबगंज): उधवा प्रखंड अंतर्गत सांसद आदर्श ग्राम पंचायत उत्तर पियारपुर में चिकित्सा का हाल बेहाल है। यहां एमएसडीपी योजना के तहत 100 बेड वाले अस्पताल निर्माण पिछले पांच साल पहले हो चुका है। इसके बावजूद भी चिकित्सकों के बिना स्थानीय लोग स्वास्थ्य सुविधा एवं अन्य योजना से वंचित है।
झारखंड राज्य अलग हुए पिछले सत्रह वर्ष बीत गए लेकिन यहां चिकित्सा सुविधा में कोई परिवर्तन नहीं हो पाई हैं। जिसके कारण राज्य सरकार के द्वारा स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाए गए चिकित्सा सुविधा ग्रामीण क्षेत्र के धरातल पर नहीं पहुंच पाई हैं। पिछले पांच साल पहले अस्पताल भवन का निर्माण होने के बावजूद भी ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। राज्य मे चिकित्सकों की बहाली पिछले कई साल से नहीं हो सकी है। जिसके कारण उधवा के कई स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सक के अभाव में बंद पड़ा है । सरकार ने भले ऐलान कर दी की प्रति दो हजार की आबादी वाले गांव में एक डॉक्टर की पदस्थापित किया जाएगा। लेकिन उक्त एलान अबतक महल सिर्फ कागजी साबित हुआ है। प्रखंड का राधानगर स्वास्थ्य केंद्र, जोंका स्वास्थ्य केंद्र, तथा पियारपुर स्वास्थ्य केंद्र सरकार विभिन्न मद से करोड़ों रुपये खर्च कर स्वास्थ्य केंद्र भवन का निर्माण कराया है, लेकिन चिकित्सकों की कमी के कारण तीनों स्वास्थ्य केंद्र भवन हाथी का दांत बना हुआ है। संसद आदर्श ग्राम पंचायत उत्तर पियारपुर पंचायत भवन में लगे जनता दरबार में स्वास्थ्य केंद्र पियारपुर में एक डॉक्टर पदस्थापित करने की बात हुई थी। वहां एक एएनएम को पदस्थापित किया गया। वर्तमान में स्वास्थ्य केंद्र में डिलीवरी के अलावा अन्य किसी प्रकार की चिकित्सा की सुविधा नहीं मिल पा रही है। 20 हजार से भी अधिक आबादी वाले पियारपुर के लोग इलाज के लिए एक एएनएम के भरोसे है। इस संबंध में मुखिया सजाहन शेख, रूली बीवी, शायरा बानो बीबी, अतामुद्दीन शेख का कहना है कि दियारा क्षेत्रों में करोड़ों रुपये की लागत से दो स्वास्थ्य केंद्र भवन बनाया गया हैं, लेकिन चिकित्सक की कमी के कारण स्वास्थ्य केंद्र का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
-------------------
क्या कहते हैं अनुमंडल चिकित्सा पदाधिकारी
अनुमंडल चिकित्सा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि कुछ दिन पहले उपायुक्त के साथ हुई बैठक में उन लोगों से संसद आदर्श ग्राम की वस्तुस्थिति की जानकारी मांगी गई थी। बताया गया है कि 5 हजार जनसंख्या के अनुपात मे एक एएनएम पदस्थापित होना है। संसद आदर्श ग्राम सहित अगल बगल के क्षेत्र में 4 एएनएम को पदस्थापित करने की सूची तैयार कर ली गयी है। पूरे झारखंड में चिकित्सकों की कमी है। अनुमंडल अस्पताल में भी मात्र 3 चिकित्सक हैं। ऐसे में यहां के लिए फिलहाल कुछ नहीं किया जा सकता।