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अब गृह लक्षि्मयां थामेंगी खेती की कमान

साहिबगंज: साहिबगंज जिले की पांच गृह लक्षि्मयां अब खेती किसानी की कमान थामेगी। जिले की महिला किसानों को सरकार बेहतर कृषि तकनीेक हासिल करने के लिए इजराइल भेज रही है। इसमें से कई महिला किसान कृषि विभाग से पहले ही बेहतर खेती को लेकर प्रशिक्षण हासिल कर चुकी हैं। सभी महिला किसान माध्यमिक तक शिक्षा हासिल की हैं। कुछ कृषि कार्य करती हैं तो कुछ झारखंड स्टेट लाइवलीहूड प्रमोशन सोसाइटी, मत्स्य व गव्य विकास से जुड़ी हैं। जिले से इजराइल जाने वाली ज्यादातर महिला किसान पहले से ही खेती किसानी में बेहतर कर रही है। कृषि विभाग के अलावा अन्य विभाग से प्रशिक्षण लेकर परिवार की खुशहाली के लिए कार्य कर रही है। जिले के 9 प्रखंड में चार प्रखंड कृषि बहुल और पांच पठारी प्रखंड हैं। इजराइल की तकनीक सीखकर ये महिलाएं जिले के किसानों को इसका लाभ प्रदान करेंगी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 Jan 2019 07:30 PM (IST)Updated: Tue, 08 Jan 2019 07:30 PM (IST)
अब गृह लक्षि्मयां थामेंगी खेती की कमान
अब गृह लक्षि्मयां थामेंगी खेती की कमान

साहिबगंज : साहिबगंज जिले की पांच गृह लक्षि्मयां अब खेती की कमान थामेंगी। जिले की महिला किसानों को सरकार बेहतर कृषि तकनीक से अवगत कराने के लिए इजराइल भेज रही है। इसमें से कई महिला किसान कृषि विभाग से पहले ही बेहतर खेती को लेकर प्रशिक्षण हासिल कर चुकी हैं। सभी महिला किसान माध्यमिक तक शिक्षा हासिल की हैं। कुछ कृषि कार्य करती हैं तो कुछ झारखंड स्टेट लाइवलीहूड प्रमोशन सोसाइटी, मत्स्य व गव्य विकास से जुड़ी हैं।

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जिले से इजराइल जाने वाली ज्यादातर महिला किसान पहले से ही खेती में बेहतर काम कर रही है। कृषि विभाग के अलावा अन्य विभाग से प्रशिक्षण लेकर परिवार की खुशहाली के लिए कार्य कर रही है। जिले के 9 प्रखंड में चार प्रखंड कृषि बहुल और पांच पठारी प्रखंड हैं। इजराइल की तकनीक सीखकर ये महिलाएं जिले के किसानों को इसका लाभ प्रदान करेंगी।

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यह महिलाएं जाएंगी इजरायल

1. शांति सोरेन, बोरियो : आदिवासी बहुल बोरियो प्रखंड के बोरियो पंचायत के डाकबंगला चौक की शांति सोरेन अभी जैविक आहार के तहत जीवा अमृत खाद का निर्माण गोबर से कर रही है। पढ़ी-लिखी महिला है और खेती किसानी के अलावा मछली पालन भी करती है।

2. बेला किस्कू, बरहेट : बरहेट प्रखंड के बरमसिया पंचायत के आदिवासी बहुल गादीगंज गांव की बेला किस्कू पढ़ लिखकर खेती करने के अलावा सुअर एवं मुर्गीपालन का काम अपने घर पर करती है। इसके लिए प्रशिक्षण भी हासिल की है।

3. शांति टुडू, मंडरो : आदिवासी बहुल मंडरो प्रखंड के सिमड़ा पंचायत के मोतीझील गांव की शांति टुडू पढ़ने लिखने के बाद कृषि कार्य करने के अलावा झारखंड राज्य लाइवलीहूड प्रमोशन सोसाइटी से जुड़कर सखी मंडल बनाकर स्वरोजगार से जुड़ने का प्रयास कर रही है।

4. निर्मला हांसदा, पतना : पतना प्रखंड के विशनपुर पंचायत के विजयपुर गांव में रहती है और खेती करती है। आदिवासी बहुल गांव की निर्मला हांसदा कृषि विभाग से प्रशिक्षण हासिल कर उन्नत तकनीक का लाभ खेती करने में हासिल कर रही है।

5. अमृता कुमारी, साहिबगंज : साहिबगंज प्रखंड के गंगा प्रसाद पूर्व मध्य पंचायत के महादेवगंज गांव की अमृता कुमारी गोपालन कर स्वावलंबी बनने का प्रयास कर रही है। इसके लिए प्रशिक्षण हासिल किया है। इसके अलावा अपने पति के साथ खेती भी करती हैं।

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'जिले की पांच महिला किसानों को राज्य सरकार की ओर से बेहतर कृषि तकनीक हासिल करने के लिए इजराइल भेजा जा रहा है। कृषि विभाग की ओर से इसकी तैयारी चल रही है। उप विकास आयुक्त नैंसी सहाय के साथ महिला किसानों को जल्द ही इजराइल भेजा जाएगा।

उमेश तिर्की, जिला कृषि पदाधिकारी, साहिबगंज


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