राष्ट्रीय लोक अदालत में 233 मामलों का निष्पादन
नालसा के निर्देश पर शनिवार को एसीजेएम सत्यपाल की अध्यक्षता में व्यवहार न्यायालय स्थित लोक अदालत कक्ष में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 233 वादों का निष्पादन किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत का विधिवत शुभारंभ एसीजेएम सत्यपाल, विधिक सेवा समिति सचिव सह एसडीजेएम नीरज कुमार, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी राजकुमार पांडें व अशोक कुमार द्वारा सयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। दो बेंचों का गठन कर मामलों का सुलहनामा के आधार पर निष्पादन किया गया।
राजमहल (साहिबगंज): शनिवार को एसीजेएम सत्यपाल की अध्यक्षता में व्यवहार न्यायालय स्थित लोक अदालत कक्ष में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इसका शुभारंभ एसीजेएम सत्यपाल, विधिक सेवा समिति सचिव सह एसडीजेएम नीरज कुमार, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी राजकुमार पांडे व अशोक कुमार ने किया।
दो बेंचों में सुलहनामा के आधार पर कुल 233 वादों का निष्पादन किया गया। सबसे अधिक विभिन्न बैंकों से जुड़े 192 मामले थे। 41 मामले न्यायालय व अन्य विभागों से जुड़े ए थे। प्रारंभ में ही एसीजेएम सत्यपाल, एसडीजेएम नीरज कुमार व अन्य न्यायिक पदाधिकारियों ने राष्ट्रीय लोक अदालत के संदर्भ में विस्तार से बताया। इसे न्याय पाने का सबसे सुगम व सस्ता मार्ग बताया। एसीजेएम सत्यपाल ने बताया कि लोक अदालत में किसी पक्ष को सजा नहीं होती है मामले को बातचीत के द्वारा सफाई से हल कर लिया जाता है। साथ ही वकील पर किसी प्रकार का कोई खर्च नहीं होता है। एसडीजेएम नीरज कुमार ने बताया कि लोक अदालत के फैसले के विरुद्ध कहीं भी अपील नहीं की जा सकती है। विभिन्न वादों के निष्पादन से कुल 80 लाख 73 हजार 4 सौ रुपये राजस्व की वसूली भी की गई। मौके पर मुख्य प्रबंधक अनुपालन एवं जोखिम विभाग व्यास चौधरी, अधिवक्ता ओमप्रकाश ¨सह, विकास कुमार, अनंत कुमार राय, रेंजर पीसी शुक्ला, न्यायालय कर्मी संजीत मंडल, पीएलबी सेमी मालतो, सभी एसबीआइ बैंक के शाखा प्रबंधक आदि थे।