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बोरियो में डायरिया से अब तक आठ की मौत

प्रखण्ड में डायरिया से अब तक दर्जनों लोगों का मौत के बावजूद अब तक पहाड़ो में झरने की प्यास बुझाने को मजबुर हे । विते मंगलवार को मोतीपहाड़ी पंचायत के बांस पहाड़ में दादी पोती की मौत हो गई । डायरिया से हो गई। एतवारिन पहाड़िन 9 एंव उसकी दादी चमरी पहाड़िन के मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग का टिम प्रभारी चिकत्सा पदाधिकारी डा0 बुद्ध देव मुर्मू के अगुवाई में जांच दलों ने गांव के सैकड़ो लोगों की जांच की वही नवल साह शिक्षक के अगुवाई में सैकड़ो छात्रों की जांच कराई गी। आकड़ो में गौर करे तो

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Oct 2019 01:15 AM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 06:33 AM (IST)
बोरियो में डायरिया से अब तक आठ की मौत
बोरियो में डायरिया से अब तक आठ की मौत

संस, बोरियो (साहिबगंज) : प्रखंड के विभिन्न पहाड़ी इलाके में इस साल जनवरी से लेकर आज तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकतर मौत बरसात के दिनों में हुई। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग पहाड़ों पर डायरिया फैलने से हर बार इन्कार करता रहा है। विभाग का कहना है कि बीमारी व फूड प्वाइजनिग से मौत होती है। वैसे आज तक किसी भी पहाड़ी गांव में प्रशासन पीने के पानी की व्यवस्था नहीं कर सका है। कुछ पहाड़ों पर पानी की टंकी लगायी भी गई है तो वहां झरने या कुएं

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के पानी की ही आपूर्ति की जाती है। इन जगहों पर पानी को फिल्टर करने की कोई व्यवस्था नहीं है। अगर सोलर वाटर सिस्टम के साथ ही फिल्टर भी लगा दिया जाता तो काफी हद तक समस्या का समाधान हो सकता था। मंगलवार को मोतीपहाड़ी पंचायत के बांसपहाड़ में दादी-पोती की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग का टीम बुधवार को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. बुद्धदेव मुर्मू की अगुवाई में गांव में पहुंची। इस दौरान 80 लोगों की जांच की गई। हालांकि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि किसी भी व्यक्ति में डायरिया का लक्षण नहीं पाया गया है। शिक्षक नवल साह की अगुवाई में गांव के छात्रों की भी स्वास्थ्य जांच करायी गई। आंकड़ों पर

गौर करें तो सात जून 2019 को चसगांवा पंचायत के वाडोर गांव में डायरिया से कांगो पहाड़िया (50) एवं धर्मिन पहाड़िन (40) की मौत हो गई थी। 16 जुलाई 2016 हरिणचारा निवासी रोजगार सेवक जोहन मरांडी की मौत डायरिया से हुई। 25 सितंबर 2019 को दुर्गा टोला पंचायत के नवडीहा ग्राम की स्वास्थ्य सहिया ़फूल मरांडी (32) की मौत हुई थी। 27 सितंबर को दुर्गा टोला पंचायत के कैलाबाड़ी निवासी मैसी पहाड़िन (40) एवं पोखरिया संताली निवासी ताला किस्कू (19) की मौत हुई। 15 अक्टूबर 2019 मोतीपहाड़ी पंचायत में एतवारिन पहाड़िन (9) एवं चमरी पहाड़िन (60) की मौत हो गई थी। गौर करने वाली बात है कि जितनी भी मौत हुई है उसमें अधिकतर आदिम जनजाति के हैं। सरकार द्वारा इन समुदाय के लोगों के लिए करोड़ो की योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। हालांकि आज तक इन गांवों में शुद्ध पेयजल नहीं उपलब्ध कराया जा सका है। मोतीपहाड़ी पंचायत के बांसपहाड़ में एक गैर सरकारी संस्था द्वारा पानी टंकी लगाई गई है लेकिन पानी का फिल्टर नहीं होने के कारण लोग झरने के पानी पीने को मजबूर हैं। पहाड़ों में विभाग द्वारा डीप बोरिग या चापाकल नहीं लगने के कारण दूषित पानी पीने के कारण डायरिया से ग्रसित हो जाते हैं जिससे उनकी मौत तक हो जाती है। गांव की आबादी करीब 200 है।


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