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किसानों के धान अधिप्राप्ति की योजना धराशायी

प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने के लिए भले ही राज्य सरकार कृतसंकल्प है। एक दिसंबर से इसके लिए सभी प्रखंड में धान क्रय केंद्र खोला गया है परंतु लैंप्स की लापरवाही के कारण साहिबगंज में किसानों के धान अधिप्राप्ति की योजना Þधराशाई'हो रही है। उपायुक्त ने इसे गंभीरता से लेते हुए छह लैंप्स के अधिप्राप्ति केंद्र के प्रभारियों का वेतन बंद करने का निर्देश जारी किया है। साथ ही शोकॉज भी किया गया है। धान अधिप्राप्ति की समीक्षा बैठक में भी सात सात पदाधिकारी के अनुपस्थित रहने को उपायुक्त ने लापरवाही एवं वरीय अधिकारी के आदेश की अवहेलना बताया है। साहिबगंज जिले को राज्य सरकार ने 93,444 ¨क्वटल धान क्रय का लक्ष्य दिया है। इसके लिए 90 दिनों का वक्त है। जिसमें से 30 दिन तक तीन लैंप्स से 400 ¨क्वटल धान की ही खरीद किसानों से की गई है। जबकि जिला आपूर्ति पदाधिकारी जिले के 9 लैंप्स के धान अधिप्राप्ति की मॉनिट¨रग कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 31 Dec 2018 05:48 PM (IST)Updated: Mon, 31 Dec 2018 05:48 PM (IST)
किसानों के धान अधिप्राप्ति की योजना धराशायी

साहिबगंज : साहिबगंज जिले में धान खरीद की योजना धराशायी हो गई है। एक दिसंबर से धान खरीद के लिए सभी प्रखंडों में धान क्रय केंद्र खोला गया था। हालांकि लैंप्स की लापरवाही की वजह से धान खरीद की योजना पूरी तरह विफल हो गई।

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उपायुक्त ने इसे गंभीरता से लेते हुए छह लैंप्स के अधिप्राप्ति केंद्रों के प्रभारियों का वेतन बंद करने का निर्देश जारी किया है। साथ ही उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। धान अधिप्राप्ति की समीक्षा बैठक में सात-सात पदाधिकारियों की अनुपस्थिति को उपायुक्त ने लापरवाही एवं वरीय अधिकारी के आदेश की अवहेलना बताया है। साहिबगंज जिले को राज्य सरकार ने 93,444 क्विंटल धान क्रय का लक्ष्य दिया है। इसके लिए 90 दिनों का वक्त है। इसमें से 30 दिन तक तीन लैंप्स से सिर्फ 400 क्विंटल धान की ही खरीद की गई है। यह विफलता ऐसे वक्त हुई जब जिला आपूर्ति पदाधिकारी जिले के 9 लैंप्स की धान अधिप्राप्ति केंद्रों की मॉनिट¨रग कर रहे हैं। धान क्रय को लेकर छह प्रखंड के संबंधित कृषि एवं सहकारिता विभाग के पदाधिकारी एवं कर्मी की ओर से पर्याप्त प्रचार- प्रसार ही नहीं किया गया है। 2679 किसानों को भेजा गया एसएमएस : साहिबगंज जिले को 9 धान क्रय केंद्रों के माध्यम से 93,444 क्विंटल धान क्रय का लक्ष्य मिला है। कृषि, सहकारिता एवं आपूर्ति विभाग के बीच पूरा तालमेल नहीं होने के कारण धान की खरीद में लापरवाही बरती जा रही है। किसानों से 1750 रुपये प्रति ¨क्वटल धान का क्रय लैंप्स से होना है। परंतु उदासीनता के शिकार किसान 1450 रुपये क्विंटल धान अपने दरवाजे पर ही बेच रहे हैं। प्रशासन की ओर से 3560 किसानों का निबंधन धान की खरीद के लिए किया गया है। जिसमें से 2679 किसानों को एसएमएस भेजा गया है।

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इनका वेतन रुका

- विजय कुमार लकड़ा, केंद्र प्रभारी राजमहल लैंप्स, राजमहल

-कौशलेंद्र पांडे, केंद्र प्रभारी पंचकठिया लैंप्स, बरहेट

-प्रमोद कुमार, केंद्र प्रभारी बाकुडी लैंप्स, तालझारी

-कमलेश कुमार, केंद्र प्रभारी सकरीगली लैंप्स, साहिबगंज

-अब्दुल बहाव, केंद्र प्रभारी शिवापहाड़ लैंप्स, पतना

-बिजेंद्र कुमार, केंद्र प्रभारी, सकरोगढ़ पोखरिया लैंप्स, बोरियो

-हसीबुर रहमान, केंद्र प्रभारी बरहड़वा लैंप्स, बरहड़वा। ये सभी सहकारिता प्रसार पदाधिकारी, कनीय सांख्यिकी पर्यवेक्षक एवं प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। वरीय पदाधिकारी की ओर से बुलाई गई धान अधिप्राप्ति की बैठक में नहीं पहुंचे हैं।

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इन केंद्रों ने नहीं खरीदा धान

-बरहड़वा लैंप्स, बरहड़वा

-केलाबाड़ी लैंप्स, उधवा

-मंडरो लैंप्स, मंडरो

-राजमहल लैंप्स, राजमहल

-सकरीगली लैंप्स, साहिबगंज

-शिवापहाड़ लैंप्स, बरहेट।

ये ऐसे लैंप्स हैं जिनके केंद्र प्रभारी एवं प्रबंध सचिव ने धान अधिप्राप्ति के लिए कोई पहल ही नहीं की है।

------------------------शिवापहाड़ केंद्र प्रभारी की लापरवाही से लौटे किसान

जिले के पतना प्रखंड के शिवापहाड़ धान क्रय केंद्र से धान बेचने को लेकर आए किसान, लैंप्स प्रभारी की लापरवाही से बिना धान बेचे लौट गए। लैंप्स के लेखाकर्मी की ओर से किया गया यह खुलासा जिले के धान क्रय केंद्रों की लापरवाही को बयां करता है। केंद्र के लेखाकर्मी ¨टकू कुमार ने बताया कि केंद्र पर प्रबंध सचिव अथवा केंद्र प्रभारी की गैर मौजूदगी में मोबाइल पर संपर्क करने के बाद भी वे क्रय केंद्र पर नहीं पहुंचे।

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'जिले में किसानों के धान अधिप्राप्ति में लापरवाही को लेकर प्रशासन गंभीर है। जिले के सात केंद्र प्रभारियों का वेतन बंद काते हुए शोकॉल किया गया है। एक सप्ताह का वक्त दिया गया है। प्रखंड विकास पदाधिकारियों को आदेश दिया गया है कि तथ्यों की जांच कर प्रतिवेदन जिला आपूर्ति पदाधिकारी को उपलब्ध कराएं।

संदीप ¨सह

उपायुक्त, साहिबगंज


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