सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ कांग्रेस नेता ने कोर्ट में की शिकायत
कांग्रेसी नेता का आरोप है कि पवन कुमार नामक भाजपा कार्यकर्ता द्वारा पैर धोकर उस पानी को चरणामृत के रूप में पीने की घटना से पिछड़े वर्ग के लोग अपमानित हुए हैं।
जागरण संवाददाता, साहिबगंज। कांग्रेस के झारखंड प्रदेश महासचिव सह ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य बजरंगी प्रसाद यादव ने सोमवार को गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ अदालत में शिकायतवाद दर्ज कराई है।
अधिवक्ता जनार्दन प्रसाद साह के माध्यम से दायर शिकायतवाद में न्यायालय ने वाद को अंकित कर आगे की सुनवाई के लिए नौ अक्टूबर की तिथि तय की है। कांग्रेसी नेता का आरोप है कि पिछले दिनों में गोड्डा में एक कार्यक्रम के दौरान पवन कुमार साह नामक भाजपा कार्यकर्ता द्वारा पैर धोकर उस पानी को चरणामृत के रूप में पीने की घटना से पिछड़े वर्ग के लोग अपमानित हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य व कांग्रेस के प्रदेश महासचिव बजरंगी प्रसाद यादव ने पिछड़ा वर्ग व आदिवासी महिलाओं का मानहानि करने व अनुसूचित जाति अत्याचार अधिनियम के तहत सोमवार को गोड्डा के सांसद निशिकांत दूबे के खिलाफ साहिबगंज के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रभात कुमार शर्मा की अदालत में शिकायतवाद दायर कर न्याय की गुहार लगाई है। अधिवक्ता जर्नादन प्रसाद साह के माध्यम से उन्होंने भादवि की धारा 499, 500, 501 और 502 व 3 एससी-एसटी एक्ट के तहत शिकायतवाद दायर की है। आगे की सुनवाई के लिए 9 अक्टूबर की तिथि तय हुई है।
कांग्रेसी नेता बजरंगी प्रसाद यादव का आरोप है कि पिछले दिनों में गोड्डा में एक कार्यक्रम के दौरान पिछड़ा वर्ग के भाजपा कार्यकर्ता पवन कुमार साह से सांसद ने पैर धुलवाया और उस पानी को पवन ने चरणामृत के रुप में पीया। इस घटना से पिछड़ा वर्ग अपमानित हुआ है। कहा है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित साह भी पिछड़े वर्ग से हैं, इसके बावजूद पिछड़ा वर्ग के लोग के साथ इस तरह का अपमान होने के बाद भी पार्टी की ओर से सांसद पर कोई कार्रवाई नहीं होना आश्चर्यजनक है। उन्होंने कहा है सांसद ने इस कृत के सहारे अपने को श्रेष्ठतम साबित करने का प्रयास किया है।
इस शर्मनाक घटना के लिए माफी मांगने के बजाय सांसद सोशल मीडिया फेसबुक के सहारे यह दलील दे रहे हैं कि क्या आदिवासी महिलाएं अन्य कार्यक्रमों में लोगों का चरण नहीं धोती है। क्या महाभारत में भगवान श्रीकृष्ण ने ऐसा नहीं किया। ऐसा कहकर सांसद ने न केवल पिछड़ा वर्ग के लोगों को अपमानित किया है, बल्कि आदिवासी महिलाओं की प्रतिष्ठा व भगवान श्रीकृष्ण की छवि भी धूमिल की है। कहा कि भाजपा सांसद का यह कृत और दलील उनके मनुवादी सोच को दर्शाता है, जिसे समाज का दलित, पिछड़ा व आदिवासी वर्ग कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।