बिरसा मुंडा थे महात्मा गांधी के दूसरे रूप
जागरण संवाददाता साहिबगंज बिरसा मुंडा महात्मा गांधी के दूसरे रूप थे जिन्होंने कम वस्त्र पहनकर जनजातीय समुदाय ही नहीं राष्ट्र उत्थान व आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई थी। फिर से एक बिरसा मुंडा की जरूरत झारखंड को है।
जागरण संवाददाता, साहिबगंज : बिरसा मुंडा महात्मा गांधी के दूसरे रूप थे जिन्होंने कम वस्त्र पहनकर जनजातीय समुदाय ही नहीं राष्ट्र उत्थान व आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई थी। फिर से एक बिरसा मुंडा की जरूरत झारखंड को है। ये बातें रविवार देर शाम माधव निकेतन में भगवान बिरसा मुंडा जयंती को राष्ट्रीय गौरव दिवस के रूप में मनाते हुए गिरि बनवासी कल्याण आश्रम साहिबगंज के डा. रंजित कुमार सिंह ने कहीं। अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम साहिबगंज की ओर से एक दिवसीय गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें भगवान बिरसा मुंडा के जीवन संघर्ष को विस्तार से वक्ताओं ने बताते हुए अपनी- अपनी बातें रखी। डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने कहा कि झारखंड में जनजातीय समाज में 32 उपजातियां है तथा राष्ट्रीय स्तर पर 450 से 600 जनजातीय जनजाति वर्ग के लोग हैं। भारत में 10 करोड़ के लगभग जनजातीय बंधु निवास करते हैं। जनजातियों को येन केन प्रकारेण ईसाई द्वारा प्रलोभन देकर धर्मांतरण की ओर धकेलने का षड्यंत्र सदियों से चली आ रही है। वनवासी कल्याण आश्रम का प्रयास होगा जनजातीय समाज की जमीन, प्रकृति, संस्कृति व सभ्यता उनका धर्म संरक्षण करे। मुख्य वक्ता के रूप में विनोद उपाध्याय झारखंड व बिहार के क्षेत्रीय संगठन मंत्री वनवासी कल्याण आश्रम ने कहा आज राष्ट्रीय स्तर पर जनजातियों का जीवन स्तर उनके संघर्ष जमीन संस्कृति और अपनी प्रकृति को लेकर आत्म चितन आत्म अवलोकन करने का दिन है। अंग्रे•ाों के द्वारा उनके धर्म जमीन और उनकी संस्कृति एवं प्रकृति पर जिस प्रकार से जंगल, जमीन संस्कृति के रक्षा के लिए भगवान बिरसा मुंडा ने अपना बलिदान दिया है वह एक मिसाल है। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के द्वारा बताए गए महत्वपूर्ण रास्ते में गौ की सेवा समस्त, प्राणियों की सेवा, प्रकृति का संरक्षण, नशा मत करो, अशुद्ध भोजन मत करो धर्म संस्कृति परंपरा को अक्षुण्ण रखने, सफाई स्वच्छता पर बल दिया। पहाड़, पेड़, जीव को बचाए रखने की बात कही यही समाज की पहचान है। इस अवसर पर डॉ. विनोद कुमार, विजय टुडू जिला संगठन मंत्री वनवासी कल्याण आश्रम साहिबगंज, राकेश कुमार प्रांत के सेवा प्रमुख राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ झारखंड ने विचार रखे। धन्यवाद ज्ञापन रघुनाथ शर्मा जिला मंत्री ने किया।