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गाय खरीदने को आगे नहीं आ रहे लाभुक

साहिबगंज जिले के पशुपालकों को सरकारी योजना से जोड़कर सक्षम बनाने की योजना दम तोड़ रही है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 31 Aug 2021 04:51 PM (IST)Updated: Tue, 31 Aug 2021 04:51 PM (IST)
गाय खरीदने को आगे नहीं आ रहे लाभुक
गाय खरीदने को आगे नहीं आ रहे लाभुक

जागरण संवाददाता, साहिबगंज : जिले के पशुपालकों को सरकारी योजना से जोड़कर सक्षम बनाने की योजना यहां दम तोड़ रही है। कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग (गव्य प्रभाग) ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में 50 फीसद अनुदान पर पशुपालकों को गाय उपलब्ध कराने का निर्णय लिया। योजना के तहत 68150 रुपये में एक गाय खरीदनी थी तथा उसका बीमा कराना था। इसमें अधिकतर 60 हजार रुपये की गाय खरीदनी थी। गाय की खरीद पशुपालन विभाग में निबंधित एजेंटों के माध्यम से करनी थी। इसके लिए विभाग ने डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से मार्च 2021 में जिले के 326 किसानों के खाते में प्रति लाभुक 34075 रुपया यानी कुल एक करोड़ 11 लाख 8450 रुपये भेज दिए। इतनी ही राशि लाभुकों को खाते में जमा करनी थी। इसके बाद विभाग की पहल पर निबंधित एजेंट जिले में पशु मेला लगाते जहां किसान अपनी पसंद की गाय खरीद सकते थे। खरीदने से पूर्व तीन बार गाय का दूध निकालकर आश्वस्त हो लेना था, लेकिन यहां विभाग द्वारा पैसा जमा करने के बाद लाभुकों ने चुप्पी साध ली।

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पिछले पांच माह में मात्र 34 लाभुकों ने अपने हिस्से की राशि बैंक में जमा की। हालांकि, मेला न लगने की वजह से वे भी अब तक गाय की खरीददारी नहीं कर पाए हैं। विभाग ने लाभुकों को कई बार पत्र भी भेजा, लेकिन किसी ने उसका जवाब तक नहीं दिया। वैसे कुछ लाभुकों का कहना है कि अंशदान जमा करने के लिए उनके पास पैसे नहीं हैं। सूत्रों की मानें तो कई लोगों ने तो अंशदान के पैसे बैंक से निकालकर दूसरे कार्यों में खर्च भी कर दिए। ऐसे में उनसे राशि की वसूली विभाग के लिए आसान नहीं होगा।

विभाग ने सुझाया विकल्प : अंशदान की समस्या सामने आने के बाद विभाग ने उन्हें किसान क्रेडिट कार्ड का विकल्प दिया है। विभाग का कहना है कि जिले में पशुपालकों का भी क्रेडिट कार्ड बन रहा है। इसमें काफी कम ब्याज पर लोन मिलता है। लाभुक चाहें तो वे किसान क्रेडिट कार्ड बनवाकर उससे लोन लेकर गाय खरीद सकते हैं। विभागीय सूत्रों की मानें तो सरकार की योजना प्रत्येक किसान को दो-दो गाय देने की थी। पहले चरण में एक गाय के लिए राशि दी गई। एक गाय खरीदने के छह माह बाद विभाग पुन: इतनी ही राशि देगा।

वर्जन

मामले की जानकारी लेकर आवश्यक कदम उठाया जाएगा। वैसे पशुपालकों को भी केसीसी से जोड़ने की योजना है। पशुपालक केसीसी से लोन लेकर गाय की खरीदारी कर सकते हैं।

रामनिवास यादव, उपायुक्त, साहिबगंज


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