बरहड़वा नगर पंचायत को एक माह में 12.50 लाख का नुकसान
साहिबगंज पिछले माह बरहड़वा नगर पंचायत में टेंडर के दौरान हुए विवाद की वजह से एक जु
साहिबगंज : पिछले माह बरहड़वा नगर पंचायत में टेंडर के दौरान हुए विवाद की वजह से एक जुलाई से टोल टैक्स की वसूली शुरू नहीं हो सकी है। जिले के अन्य स्थानीय निकायों में टोल टैक्स की वसूली की जा रही है। आगे टेंडर कब होगा यह भी स्पष्ट नहीं है। बरहड़वा नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी का पद भी खाली पड़ा हुआ है। इस वजह से वहां का कामकाज ठप है।
टेंडर नहीं होने से एक माह में नगर पंचायत को 12 से 15 लाख का नुकसान हो चुका है। अब तक इस संबंध में किसी प्रकार का निर्णय न लिए जाने से नुकसान और बढ़ेगा। सफाई कर्मियों के वेतन आदि भुगतान में समस्या हो सकती है। विकास कार्य तो प्रभावित हो ही रहे हैं।
गौरतलब हो कि टोल टैक्स बरहड़वा नगर पंचायत के आय का मुख्य स्त्रोत है। पिछले साल करीब सवा करोड़ में एक साल के लिए नगर पंचायत क्षेत्र में प्रवेश करनेवाले ट्रकों व ऑटो से टोल टैक्स वसूली का अधिकार निविदादाता को दिया गया था। इस साल एक करोड़ 47 लाख 782 रुपया से बोली लगनी थी। 22 जून को बरहड़वा नगर पंचायत कार्यालय में टेंडर होना था। इसी क्रम में टेंडर में भाग लेने पहुंचे पाकुड़ के शंभु भगत के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की। उसको टेंडर में भाग लेने से रोक दिया।
हंगामा करनेवाले लोगों का कहना था कि बाहरी व्यक्ति को टेंडर में भाग नहीं लेने दिया जाएगा। हंगामे के बाद कार्यपालक पदाधिकारी चंदन कुमार सिंह ने टेंडर रद कर दिया था। टेंडर में भाग लेने से रोकने पर शंभु भगत ने ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, बरहेट विधायक के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा सहित 11 नामजद व कुछ अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी। शंभु भगत पर भी दो मामला दर्ज कराया गया था।
दोनों ओर से बयानबाजी होती रही लेकिन इस बयानबाजी के बीच मूल मुद्दा दब गया। आज तक टोल टैक्स वसूली, हाट-बाजार, खोभार आदि का टेंडर नहीं हुआ है। अगर न्यूनतम डेढ़ करोड़ में भी टेंडर होता तो केवल टोल वसूली से साढ़े 12 लाख रुपये प्रतिमाह नगर पंचायत को मिलते लेकिन ऐसा नहीं हुआ। नगर पंचायत अध्यक्ष श्यामलदास ने पिछले दिनों इस संबंध में उपायुक्त को पत्र दिया था लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इस बार तीन साल के लिए टेंडर होना था।
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इस बार एक करोड़ 47 लाख 782 रुपया से ट्रक व आटो से टोल वसूली का टेंडर होना था जो विवाद की वजह से नहीं हो सका। सरकार नगर पंचायत को पैसा देती नहीं है। टोल टैक्स व अन्य सैरातों से होनेवाली आय से काम चलता है। इस बार अप्रैल से सभी प्रकार की वसूली ठप है। पोखर, खोभार, हटिया आदि का भी डाक नहीं हुआ है। अब तक 80 लाख से अधिक का नुकसान हो चुका है। डीसी को पत्र दिया गया है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। यहीं स्थिति रही तो कर्मियों का वेतन भुगतान भी प्रभावित हो सकता है।
श्यामल दास, अध्यक्ष नगर पंचायत बरहड़वा
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यह मामला अब तक संज्ञान में नहीं आया है। आपने इस संबंध में जानकारी दी है तो इस मामले में संबंधित अधिकारियों से चर्चा की जाएगी। वहां शीघ्र टेंडर कराने का प्रयास किया जाएगा ताकि नगर पंचायत को आर्थिक नुकसान न हो।
चितरंजन कुमार, उपायुक्त, साहिबगंज