पुलिस ने सक्रियता दिखाई होती तो बच जाती अरुण साह की जान
जागरण संवाददाता साहिबगंज पुलिस ने बरहेट के बोड़बांध में सक्रियता दिखायी होती तो अपहृत
जागरण संवाददाता, साहिबगंज : पुलिस ने बरहेट के बोड़बांध में सक्रियता दिखायी होती तो अपहृत व्यवसायी अरुण साह की जान बच सकती थी। पुलिस का कहना है कि बरहेट थाना प्रभारी हरीश पाठक व चंद्राय सोरेन एक बाइक से जा रहे थे। बाइक चंद्राय सोरेन चला रहा था। बोड़बांध हटिया के समीप चंद्राय सोरेन ने बाइक रोकी और दोनों नीचे उतरे तभी झोपड़ी से अपराधियों ने गोली चला दी। इसके बाद बरहेट थाना प्रभारी अपराधियों से भिड़ गए। इस क्रम में अपराधियों ने पिस्टल के बट से उनके सिर पर वार कर दिया लेकिन पीछे से पुलिस कर्मियों को आते देखकर सभी पैदल ही भाग गए। ऐसे में सवाल उठता है कि बरहेट थाना प्रभारी के साथ-साथ पीछे से आ रहे पुलिस कर्मियों ने उसे खदेड़ा क्यों नहीं? पुलिस कर्मियों की संख्या अधिक थी और अपराधी मात्र चार थे। भागने के क्रम में पीछे से अपराधियों को काउंटर भी किया जा सकता था। रविवार को डीआइजी नरेंद्र सिंह की छानबीन के क्रम में एक यह बात भी सामने आयी कि बरहेट थाना प्रभारी बिना हथियार के ही सिविल ड्रेस में अपहर्ताओं की खोज में निकल गए थे। इस संबंध में बरहेट थाना प्रभारी हरीश पाठक ने बताया कि दस्ता में सिविल व हथियारधारी दोनों तरह के जवान थे। पुलिस पदाधिकारी को गोली लगने के बाद भी जवानों ने अपराधियों को खदेड़ना शुरू किया लेकिन सभी पास की बस्ती में जाकर गुम हो गए। उन्होंने बताया कि पुलिस पदाधिकारी को गोली मारने की घटना में उनके बयान पर बरहेट थाना में मामला दर्ज किया गया है। इसमें कुछ लोगों को नामजद आरोपित भी बनाया गया है। हालांकि उन्होंने अनुसंधान प्रभावित होने की वजह से फिलहाल नाम बताने से इन्कार किया। उधर, घटना के बाद रविवार को दिनभर एसपी अनुरंजन क्रिस्पोट्टा व एसडीपीओ विजय आशीष कुजूर बोरियो थाने में डटे रहे। कई जगह छापेमारी भी की गई। वैसे पुलिस को किसी प्रकार की सफलता नहीं मिली।
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दो लोगों से बरहेट पुलिस कर रही पूछताछ
संवाद सहयोगी, बरहेट (साहिबगंज) : बरहेट थाना क्षेत्र के बोड़बांध हटिया के समीप पुलिस पर गोली चलाने के मामले में दो लोगों से गहन पूछताछ की जा रही है। इस मामले में पुलिस ने शनिवार को जिस झोपड़ी से गोली चली थी उसकी मालकिन सुनीता मुर्मू को पूछताछ के लिए बुलाया था। उसने बताया कि झोपड़ी में चार लोग थे। उनमें एक उसका पति रामदास सोरेन तथा दूसरा बोड़बांध का ही श्रीचांद मुर्मू था। झोपड़ी में मौजूद दो अन्य लोगों को वह नहीं पहचानती है। इसके बाद पुलिस ने श्रीचांद मुर्मू के पिता बल्लू मुर्मू को भी पूछताछ के लिए बुलाया। दोनों से पुलिस विभिन्न बिदुओं पर पूछताछ कर रही है। सुनीता मुर्मू ने पुलिस को कई अहम जानकारी दी है। बताया कि उसके पति रामदास सोरेन के साथ इस क्षेत्र में कई लोगों का आगमन होता था जिसमें बाहरी लोग भी रहते थे। बताया जाता है कि विगत कुछ दिनों से वह बाहरी लोगों के संपर्क में ज्यादा था। डीएसपी ने स्वयं इनलोगों से पूछताछ की। पुलिस दोनों लोगों को फोटो दिखाकर भी मामले की सत्यापन एवं अपराधियों की पहचान की कोशिश कर रही है। उधर, पुलिस को गोली मारने के मामले में प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया भी चल रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बोड़बांध हटिया के समीप विगत चार-पांच वर्षों से विद्यालय का संचालन किया जा रहा है। विद्यालय संचालन के नाम पर इस क्षेत्र में कई बाहरी लोगों का आवागमन हमेशा होते रहता है। इससे पूर्व भी हटिया के समीप पुलिया के पास से पंचकठिया गांव के एक व्यक्ति का शव बरामद किया गया था। उधर, घटनास्थल से बरामद पिस्तौल में पांच गोली भी लोड थी।