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खुद को तेलांगाना का डीएम बतानेवाला गिरफ्तार

राजमहल/तीनपहाड़(साहिबगज): खुद को तेलंगाना के किसी जिले का डीएम बतानेवाले गणेश यादव को प

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Mar 2018 07:55 PM (IST)Updated: Sun, 18 Mar 2018 07:55 PM (IST)
खुद को तेलांगाना का डीएम बतानेवाला गिरफ्तार
खुद को तेलांगाना का डीएम बतानेवाला गिरफ्तार

राजमहल/तीनपहाड़(साहिबगज): खुद को तेलंगाना के किसी जिले का डीएम बतानेवाले गणेश यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर रविवार को जेल भेज दिया। उसने शनिवार रात उसने अपने घर पर इसके लिए पार्टी रखी थी। मगर प्रशासनिक जांच में वह फर्जी आइएएस निकला।

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पुलिस अधिकारियों के अनुसार एक सप्ताह पहले राजमहल थाना क्षेत्र के छोटा खुटहरी निवासी गोपाल कुमार यादव काफी दिनों के बाद घर लौटा। उसने गांव में प्रचार किया कि उसने 2016 में यूपीएससी की मुख्य परीक्षा में 110 वां स्थान हासिल किया था। मसूरी में तीन माह की ट्रेनिंग के बाद उसने तेलंगाना कैडर चुना। उसकी वहीं डीएम के पद पर नियुक्ति हुई। उसने यह भी बताया कि 20 मार्च को ज्वाइन करना है। मजदूरी कर जीविकोपार्जन कर रहे उनके पिता फुकेन यादव व ग्रामवासियों ने उसकी बातों का यकीन कर लिया। बीडीओ अजय कुमार रजक ने बताया कि उन्होंने नेट पर 2016 की सिविल सेवा परीक्षा के अंतिम परिणाम की जांच की, मगर सफल प्रत्याशियों में गणेश कुमार यादव का नाम नहीं देखा। उन्हें शक हुआ और उन्होंने उक्त बातों की जानकारी अपने वरीय पदाधिकारी को दी। फर्जी आइएएस गणेश ने इससे पहले यह भी प्रचार किया था कि इस परीक्षा में उतीर्ण होने के पूर्व वह खड़गपुर में रेलवे सेक्शन इंजीनियर पद पर कार्यरत था। इधर, शक होने पर शनिवार रात से ही उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, उपविकास आयुक्त, एसडीओ, बीडीओ आदि ने उसकी कुंडली खंगालनी शुरू की। उसे सुरक्षा देने के नाम पर राजमहल स्थित निरीक्षण भवन में रखा गया था। रविवार की सुबह दस बजे तक यह बात साफ हो गई कि गोपाल एक फर्जी आइएएस है। पूछताछ में पुलिस को उसने बताया कि वह एक प्राइवेट कंपनी में दस हजार रुपये की नौकरी करता है। पहले रेलवे में इंजीनियर के साथ मुंशी का काम करता था। थाना प्रभारी शिवकुमार ¨सह ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर लगी गई है। अधिकारियों की मानें तो संभवत: भविष्य में किसी फर्जीवाड़े को अंजाम देने के लिए ऐसा प्रचार कर रहा था।

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घर पर रखी थी दावत, पूर्व पत्नी के परिजनों से विवाद पर शक गहराया

खुद को आइएएस बतानेवाला गणेश लोगों को विश्वास में लेने के लिए शनिवार शाम अपने घर पर दावत (भोज) रखी थी। इसमें लजीज व्यंजनों की कमी नहीं थी। इसमें उसने जिले के प्रशासनिक अधिकारियों, राजनीतिज्ञों और बुद्धिजीवियों को आमंत्रित किया था। हालांकि अधिकतर पदाधिकारी, राजनेताओं ने कोई न कोई बहाना बनाकर इसमें शामिल नहीं हुए। कार्यक्रम में गणेश यादव की पूर्व पत्नी भी पहुंची थी। किसी बात पर पूर्व पत्नी के परिजनों और गणेश के पिता से झगड़ा हुआ। इसी क्रम में मामले के खुलासा की नीव पड़ी। पुलिस ने बीचबचाव कर उस समय तो मामले को शांत करा दिया गया, मगर उसी रात अधिकारियों ने उसे सुरक्षा कारणों की बात कहकर नजरबंद कर दिया।

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दो दिन पहले मुड़ली मिशन में सम्मानित

फर्जी आइएएस गणेश यादव को शुक्रवार को मंडली मिशन स्कूल परिवार की ओर से सम्मानित किया गया था। कारण, वर्ष 2007 में उसी स्कूल से उसने मैट्रिक की परीक्षा पास की थी। स्कूल प्रबंधन ने यह सम्मान समारोह आयोजित किया था।

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गणेश यादव ने शनिवार को गांव में भोज का आयोजन किया था। उसने जो आमंत्रण कार्ड छपवाया था, उसपर गणेश यादव, आइएएस, भारतीय सिविल सेवा पदाधिकारी डीएम तेलांगना लिखा था। शक के आधार पर छानबीन की गई। मामला फर्जी निकला। इसके बाद उसकी गिरफ्तारी की गई।

सुनील कुमार

एसडीपीओ

राजमहल, साहिबगंज


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