हर-हर गंगे से गूंज उठा राजमहल
कालीचरण मंडल/नव कुमार मिश्रा, राजमहल: पवित्र सावन मास में दैनिक जागरण की ओर से गंगा को अविरल व निर्मल बनाने के लिए निकला 'गंगा जागरण रथ' शुक्रवार को राजमहल के उत्तरवाहिनी गंगा तट पर पहुंचा। रथ जैसे ही राजमहल के नगर पंचायत क्षेत्र के प्रवेश द्वार नौगच्छी में दाखिल हुआ पहले से स्वागत में खड़ी भीड़ से हर-हर गंगे, अविरल गंगा, निर्मल गंगा.. की बुलंद आवाज गूंजने लगी। सैकड़ों लोगों ने यहा गंगा जागरण रथ का स्वागत श्रद्धापूर्वक पुष्प अर्पित कर किया। हरेक व्यक्ति में गंगा को निर्मल व स्वच्छ रखने की ललक दिखी। दर्जनों मोटरसाइकिल से गंगा जागरण रथ की अगुवाई की गयी। महिला-पुरुष, बच्चे-युवा, बुजुर्ग अपने-अपने घर से गंगा जागरण रथ पर पुष्प वर्षा कर रहे थे।
इस अभियान को समाज के हर वर्ग का समर्थन मिला। यही लगा कि इस संकल्प को भविष्य में भी कायम रखकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे। लोगों ने संकल्प लिया कि गंगा को मैली होने से बचाएंगे। नौगाछी से राजमहल के सूर्यदेव घाट तक लोगों ने पुष्प वर्षा कर पतित पावनी मां को पवित्र व निर्मल बनाने का संकल्प लिया। शक्रवार की सुबह दैनिक जागरण की धनबाद युनिट के समाचार संपादक भारतीय बसंत कुमार, प्रबंधक सुधीर कुमार चौबे समेत जागरण परिवार के स्थानीय सदस्य नौगाछी पहुंचे। राजमहल नगर पंचायत की अध्यक्ष भावना गुप्ता, उपाध्यक्ष व वार्ड सदस्य, विधायक अरुण मंडल आदि ने रथ पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
घाट नहीं उपासना स्थल
सूर्यदेव घाट पर वैदिक रीति से गंगा माता की पूजा-अर्चना की। यह वही घाट है जहां भास्कर की उपासना होती है। माघी पूर्णिमा के समय आदिवासी सफाहोड़ समुदाय के लोग गंगा स्नान कर मन्नतें मांगते हैं। पास में अकबरी मस्जिद है जहां मुगलों के जमाने से नमाज अदा करने से पूर्व गंगा के पवित्र जल से बजू करते है। सांप्रदायिक सौहार्द के बीच लोगों ने हाथ उठाकर गंगा को पवित्र व निर्मल रखने का संकल्प लिया। इसके बाद रथ को अंतिम पड़ाव की ओर ले जाने के लिए फरक्का की ओर रवाना कर दिया गया।