क्रिकेट के सट्टे में गंवाए 12 लाख, रांची के युवक ने कर ली आत्महत्या
Suicide in Ranchi मृतक रामगढ़ जिले के गोला थाना क्षेत्र के बरलंगा का रहने वाला था। युवक की करीब 2 साल पहले शादी हुई थी।
रांची, जेएनएन। रांची के सदर थाना क्षेत्र के आदर्श नगर स्थित अपने आवास में एक युवक राकेश कुमार गुप्ता उर्फ बाबू (28 वर्ष) ने शुक्रवार की रात फांसी लगाकर खुदकशी कर ली। वह क्रिकेट में सट्टा लगाते-लगाते कर्जदार बन गया था। वह आइपीएल, वन डे में सट्टा लगाता था। आशंका है कि वर्तमान में भारत-आस्ट्रेलिया मैच में भी उसने सट्टा लगाया था, जिसमें हारने के बाद ही यह कदम उठाया है। इस मामले में राकेश के भाई राजकुमार गुप्ता के बयान पर सामलौंग चुटिया के विष्णु कुमार गुप्ता व चुटिया के पिंटू साव के खिलाफ सदर थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। राजकुमार गुप्ता के अनुसार दोनों सट्टा खेलाते थे, जिन्हें उसने पहले खुद मना भी किया था। राजकुमार के अनुसार पिंटू साव पूर्व में सट्टा खेलाने में जेल जा चुका है।
राजकुमार के अनुसार राकेश ने सुसाइड नोट में भी 3.54 लाख रुपये के कर्जदार होने की बात लिखी है। वह पिछले ढाई से तीन साल के भीतर करीब 10 से 12 लाख रुपये सट्टा में हार चुका था। सूचना है कि शुक्रवार को भी उसने बाजार से सट्टा में 50 हजार रुपये उठाए थे। वह जहां काम करता था, वहां करीब 20-22 हजार रुपये ही वेतन मिलता था, लेकिन वह कर्ज लेकर सट्टा लगाता था, इसे लेकर उसे पूर्व में कई बार डांट-फटकार भी लगाई गई थी और उसके साथियों को भी ऐसा करने से मना किया गया था।
राकेश मूल रूप से रामगढ़ जिले के गोला थाना क्षेत्र के बरलंगा का रहने वाला था और शीतल पेय कंपनी कोका-कोला में मार्केटिंग का काम देखता था। पुलिस ने घटना स्थल से उसके तकीये के पास से एक सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें उसने खुदकशी के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराया है। घरवालों से माफी मांगते हुए लिखा है कि वह गलत रास्ते पर चल पड़ा था, इसलिए वह खुदकशी कर रहा है।
बताया गया कि रांची के आदर्श नगर स्थित आवास में वह अपने भाई राजकुमार गुप्ता के साथ सपरिवार रहता था। परिजनों ने पुलिस को बताया कि राकेश की शादी एक साल नौ महीने पहले हुई थी। उसे एक पांच महीने की बेटी भी थी। उसकी मुंहजुठी के लिए ही पूरा परिवार बुधवार को रामगढ़ के गोला थाना क्षेत्र स्थित बरलंगा गया था। राकेश ने काम का बहाना बनाया और गांव नहीं गया।
शनिवार की सुबह करीब नौ बजे राकेश के बड़े भाई राजकुमार गुप्ता पहुंचे, तो दरवाजा भीतर से बंद था। उन्होंने खिड़की से देखा तो राकेश रस्सी के फंदे से झूल रहा था। वे अन्य पड़ोसियों की मदद से दरवाजे की कुंडी तोड़कर भीतर पहुंचे और शव को फंदे से उतारा। सूचना पर पहुंची सदर पुलिस ने आवश्यक छानबीन की और शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया। वहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।