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कल दिवाली, राजधानी के आधे शहर में गंदगी फैली

रविवार को दिवाली है। फिर भी आधे शहर में गंदगी फैली हुई है। सड़कों के किनारे कचरा फैला है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 26 Oct 2019 04:29 AM (IST)Updated: Sat, 26 Oct 2019 06:38 AM (IST)
कल दिवाली, राजधानी के आधे शहर में गंदगी फैली

जागरण संवाददाता, रांची : रविवार को दिवाली है। फिर भी आधे शहर में गंदगी फैली हुई है। वार्ड-10 में पिछले 10 दिनों से डोर-टू-डोर कूड़ा का उठाव नहीं हो रहा है। स्थानीय लोग कूड़े के ढेर को बोरे में बंद कर अपने आवासीय परिसर में रखे हुए हैं। लालपुर सब्जी बाजार में सड़ी-गली सब्जियों के ढेर से दुर्गध आ रही है। हरमू बाइपास रोड से प्रतिदिन सीएम, मंत्री समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी गुजरते हैं। फिर भी किशोरगंज ट्रैफिक पोस्ट के समीप मुख्य सड़क के किनारे कूड़े का ढेर बिखरा पड़ा है। किशोरी यादव चौक के समीप भी पिछले चार-पांच दिनों से कूड़े का ढेर जमा हुआ है। सर्जना चौक से सेंट जेवियर्स कॉलेज जाने वाले मार्ग पर सदर अस्पताल की चारदीवारी के समीप कूड़े का ढेर पिछले कई दिनों से जमा है। इधर, लालपुर चौक से प्लाजा चौक के बीच भी मुख्य सड़क के किनारे कई जगहों पर कूड़े के ढेर पड़े हैं। डंगरा टोली से कांटाटोली चौक के बीच भी सड़क किनारे कूड़े के ढेर पड़े हैं।

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कूड़ा उठाने वाले वाहनों की नहीं हो रही मॉनिटरिग

53 वार्डो में सफाई कार्य के लिए कुल 164 ट्रैक्टर व 150 टाटाएस वाहन उपलब्ध हैं। फिर भी शहर की सफाई व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। प्रतिमाह सफाई कार्य पर लगभग पांच करोड़ रुपये भी खर्च किए जा रहे हैं। पूर्व नगर आयुक्त प्रशांत कुमार के कार्यकाल में शहर की सफाई व्यवस्था पर लगभग दो करोड़ रुपये खर्च हो रहे थे। आरएमएसडब्ल्यू प्राइवेट लिमिटेड को भी 33 वार्डो की सफाई के लिए टिपिन फी के रूप में प्रति माह लगभग एक करोड़ रुपये का ही भुगतान हो रहा था। इधर, कंपनी को हटाए जाने के बाद शहर की सफाई व्यवस्था पर न सिर्फ संसाधन बढ़ाए गए, बल्कि खर्च भी दो गुना हो गया। फिर भी सफाई व्यवस्था कारगर नहीं हुई।

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कूड़े से भरा ओपेन डंपिंग यार्ड

जेल तालाब के समीप स्थित मिनी ट्रांसफर स्टेशन को रांची नगर निगम ने ओपेन डंपिंग यार्ड बना दिया है। प्रतिदिन कई वार्ड के कूड़े ओपेन डंपिंग यार्ड में ही गिराए जा रहे हैं। हालांकि कूड़े के ढेर को हाइवा के माध्यम से झिरी स्थित डंपिंग यार्ड तक पहुंचाने में काफी परेशानी हो रही है। मात्र दो हाइवा के माध्यम से कूड़े की ढुलाई की जा रही है।

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जब कंपनी सफाई कर रही थी तो नौ टाटाएस वाहन थे। कंपनी को हटाने के बाद मात्र छह टाटाएस वाहन उपलब्ध हैं। इनमें से दो टाटाएस खराब हैं।

- अर्जुन यादव, पार्षद, वार्ड-10।

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दो दिनों से हो रही बारिश के कारण कूड़ा उठाव थोड़ा कम हुआ है। कूड़ा की मात्रा भी इन दिनों बढ़ी रहती है। आम लोग जब चाहें, जहां चाहें कूड़ा फेंक देते हैं। उनकी इस आदत के कारण भी परेशानी होती है। रात में मौसम साफ रहने पर निगम कर्मी व उपकरण के माध्यम से सफाई कराई जा रही है।

- मनोज कुमार, नगर आयुक्त, रांची नगर निगम।


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