World Vitiligo Day 2022: सफेद दाग नहीं है छूआछूत की बीमारी... विशेषज्ञ ने बताया कैसे किया जा सकता इसका इलाज
World Vitiligo Day 2022 आज विश्व विटिलिगो दिवस है। विटिलिगो यानी सफेद दाग त्वचा की एक बीमारी है। आपको बता दें कि सफेद दाग छूआछूत की बीमारी नहीं है। इसको लेकर समाज में कई तरह की भ्रांतियां है। सफेद दाग के विशेषज्ञ क्या कहते है इसके बारे में जानिए...
रांची, जासं। World Vitiligo Day 2022 आज विश्व विटिलिगो दिवस है। विटिलिगो यानी सफेद दाग त्वचा की एक बीमारी है। जिसमें त्वचा में रंग बनाने वाली कोशिकायें मेलोनोसाइट की कमी हो जाती है। जिसके कारण शरीर में सफेद दाग आ जाते हैं। इसको लेकर समाज में कई तरह की भ्रांतियां है जैसे कि यह छूआछूत की बीमारी है।
सफेद दाग के विशेषज्ञ बताते हैं कि हमारा लक्ष्य है कि समाज में यह संदेश पहुंचे कि सफेद दाग एक सामान्य त्वचा रोग है। यह छूआछूत से नहीं फैलता है। यह साथ रहने, खाने पीने से भी नहीं फैलता है। और ना ही सामाजिक संबंध बनाने से फैलता है। आज इसके इलाज के लिए कई अत्याधुनिक पद्धतियां उपलब्ध है जैसे लेजर, फोटोथेरेपी, एवं मेलेनोसाइट ट्रांसप्लांट सर्जरी शामिल है। सही समय पर उचित इलाज करने से इस बीमारी का निदान संभव है।
डा रविशंकर द्धिवेदी बताते हैं की सफेद दाग के मरीजों को सामान्य जीवन जीने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सफेद दाग से जुड़ी इन्ही भ्रांतियों को दूर करने के लिए आइडीवीएल द्वारा प्रति वर्ष 25 जून को विटीलिगो डे के रुप में मनाया जाता है।
सम्मेलन का आयोजन, जुटेंगे देश भर से विशेषज्ञ
इसी को लेकर इंडियन एसोसिएशन ऑफ डर्माटोलॉजिस्ट्स, वेनेरियोलॉजिस्ट्स एंड लेप्रोलॉजिस्ट्स(आइडीवीएल), झारखंड शाखा द्वारा वल्ड विटीलिगो डे के मौके पर होटल बीएलआर चाणाक्या में 26 जून को सफेद दाग बीमारी और उसके प्रबंधन पर सम्मेलन का आयोजन किया गया है।
आयोजन समिति के सचिव डा रविशंकर द्धिवेदी ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि इस सम्मेलन में देशभर से विशेषज्ञ डाक्टर्स भाग लेगें। सम्मेलन में मुख्य रुप से सफेद दाग की बीमारी और उसके प्रबंधन पर विस्तार से चर्चा की जायेगी।