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World Tribal Day: आज ही के दिन हुआ था नरसंहार, कहानी छिपाने को आदिवासी दिवस, ईसाई संगठनों की बड़ी साजिश

World Tribal Day जनजाति सुरक्षा मंच ने मंगलवार को विश्व आदिवासी दिवस पर शोक सभा का आयोजन किया। मंच की अध्यक्ष मेघा उरांव ने कहा कि जनजाति मूलनिवासी का आज ही दिन नरसंहार हुआ था। अब भी ईसाई संगठन साजिश के तहत आदिवासी स्मिता को बर्बाद कर रहे हैं।

By M EkhlaqueEdited By: Published: Tue, 09 Aug 2022 06:40 PM (IST)Updated: Tue, 09 Aug 2022 06:41 PM (IST)
World Tribal Day: आज ही के दिन हुआ था नरसंहार, कहानी छिपाने को आदिवासी दिवस, ईसाई संगठनों की बड़ी साजिश
World Tribal Day: जनजाति सुरक्षा मंच ने विश्व आदिवासी दिवस पर शोक सभा का आयोजन किया।

रांची, जागरण संवाददाता। विभिन्न आदिवासी/जनजाति संगठनों द्वारा एचईसी सेक्टर तीन सरहुल पूजा स्थल परिसर में दीप जलाकर धरती मां को नमन करते हुए संकल्प लिया गया कि जनजाति समाज की रक्षा और सुरक्षा हो, उनका धर्म, अस्तित्व और पहचान बना रहे और अधिकार जल, जंगल, जमीन बचा रहे। इस मौके पर समिति के अध्यक्ष मेघा उरांव ने कहा कि इतिहास का अध्ययन करने और जानने के बाद नौ अगस्त को केवल और केवल शोक संकल्प अथवा श्रद्धांजलि सभा के रूप में मनाए जाना चाहिए।

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झारखंड में पहचान और अस्तित्व संकट में

मेघा उरांव ने कहा कि लाखों जनजाति मूलनिवासी भाई बहनों पर अत्याचार किए गए। प्रताड़ित करने के बाद उनका नरसंहार किया गया। कई देशों में उनका समूल नष्ट कर दिया गया। इन सब पर पर्दा डालने के लिए ही नौ अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस उत्सव के रूप में मनाया जाने लगा। यह कहीं से उचित प्रतीत नहीं होता है। कुछ लोग कुछ संगठन पूरे विश्व के आदिवासीयों की रक्षा सुरक्षा हक अधिकार के बात करते हुए उत्सव मना रहे हैं जबकि झारखंड में सब कुछ नियम कानून रहते हुए समाज का अस्तित्व और पहचान और उनका अधिकार छिन्न-भिन्न हो रहा है।

उधर, भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने इस तरह मनाया विश्व आदिवासी दिवस

ईसाई मिशनरियां कर रहीं साजिश

जनजाति सुरक्षा मंच के संदीप उरांव उरांव ने कहा है कि मूल जनजाति समाज का उनका वास्तविक हक और अधिकार, अपने पूर्वजों का धरोहर, अस्तित्व और पहचान की रक्षा सुरक्षा और मतांतरण के खिलाफ जनजाति सुरक्षा मंच, झारखंड आदिवासी सरना विकास समिति ,राष्ट्रीय आदिवासी मंच ऐसे कई संगठन है जो मुखर होकर लड़ाई लड़ रहे हैं। आज पूरे विश्व की बात करें तो चाहे देश हो या विदेश हो हम जनजाति समाज ईसाई मिशनरियों का षड्यंत्र का शिकार होते जा रहे हैं। अगर हम विश्व की बात करें तो स्पेन के रहने वाले क्रिस्टोफर कोलंबस के द्वारा पूर्वी अमेरिका के तट पर रहने वाले हजारों मूल निवासी ट्राईबल भाई बहनों का नरसंहार हुआ । और हम यहां पर उस भाई बहनों के लाशों पर उत्सव मना रहे हैं।

शोक सभा में ये लोग भी थे मौजूद

इस शोक संकल्प सभा में जय मंत्री उरांव, नामित हेमरोम, डा बुटन महली, मोहन महली, बिरसा भगत, राजू उरांव, बबलू उराव, सुनील मिंज, सोमानी पहनाइन , लोरया उराव, लुथरु उरांव, बालेश्वर पहान, गुरु चरण मुखिया, विक्रम उरांव, प्रदीप उरांव, रोपनी मिंज, सीमा टोप्पो, विमला पन्ना, अनीता मुंडा, कंचन होरो पहान, लाल मुनी उरांव, सुशील उराव, सुनीता एक्का, सुशीला उराव, संजय उरांव सहित कई लैंग उपस्थित रहे।


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