World Blood Donor Day 2019: 18 की उम्र से शुरू किया, अब तक 47 बार कर चुके हैं रक्तदान Ranchi News
वह लोगों की जिंदगियां ही रौशन नहीं करते खून देकर जिंदगियां बचाते भी हैं। ये हैं डॉ. अभिषेक रंजन जो पेशे से तो नेत्र चिकित्सक हैं लेकिन उनकी पहचान एक रक्तदाता के रूप में भी है।
रांची, जागरण संवाददाता। World Blood Donor Day 2019 - वह लोगों की जिंदगियां ही रौशन नहीं करते, खून देकर जिंदगियां बचाते भी हैं। ये हैं डॉ. अभिषेक रंजन, जो पेशे से तो नेत्र चिकित्सक हैं लेकिन उनकी पहचान एक रक्तदाता के रूप में भी है। डॉ. अभिषेक (32) ने 18 वर्ष की उम्र में रक्तदान शुरू किया था और अब तक 47 बार रक्तदान कर चुके हैं।
यह सिलसिला अब भी लगातार जारी है। डॉ. अभिषेक जीवनदान संस्था के उपाध्यक्ष भी हैं। यह संस्था जरूरतमंदों के लिए रक्त जमा करने और उन तक पहुंचाने का काम करती है। डॉ. अभिषेक को इस बेहतरीन काम के लिए पटना में दर्जनों अवार्डों से नवाजा जा चुका है।
कैसे मिली प्रेरणा
डॉ. अभिषेक बताते हैं कि उन्हें रक्तदान की प्रेरणा तब मिली, जब उनका खुद का किडनी स्टोन का ऑपरेशन होना था। उस समय अस्पताल में सिर्फ डॉक्टर अभिषेक रंजन के बड़े भाई थे। जब ऑपरेशन में ब्लड की जरूरत पड़ी तो रात भर जगे रहने के कारण डॉक्टरों ने भाई का खून लेने से इन्कार कर दिया। काफी ढूंढने के बाद भी खून नहीं मिला। तब खून की एहमियत का पता चला। तब से ही हर तीन महीने में ब्लड बैंक जाकर जरूरतमंद के लिए लगातार ब्लड डोनेट करते हैं।
डॉ. अभिषेक का कहना है कि उन्हें रक्तदान करके जो खुशी मिलती है उसकी कोई बराबरी नहीं है। 47 बार रक्तदान करने के बाद भी वह खुद को पूरी तरह स्वस्थ पाते हैं। लोगों से अपील करते हैं कि किसी की जान बचाने के लिए समय-समय पर रक्तदान करें।
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