विजयदशमी पर सिंदूर खेला के रंग, सुहाग की सलामती की मांगी दुआ
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ट्वीट कर अधर्म पर धर्म की विजय के पर्व विजयदशमी की शुभकामनाएं दी हैं।
रांची, जेएनएन। झारखंड में राजधानी रांची, धनबाद व दुमका सहित प्रदेशभर में शुक्रवार को विजयदशमी के दिन दुर्गा पूजा के बाद सुहागिनों ने सिंदूर से होली खेली। वहीं, मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ट्वीट कर अधर्म पर धर्म की विजय के पर्व विजयदशमी की शुभकामनाएं दी हैं।
विजयदशमी के दिन बंगाली समुदाय में सिंदूर से होली खेलने की खास परंपरा रही है। मां दुर्गा को विदाई देने से पहले बंगाली समाज की महिलाओं ने सिंदूर की होली खेली। सुहागिन महिलाओं ने मां दुर्गा को सिंदूर लगाने के बाद बाद एक-दूसरे को सिंदूर लगाया। इस दिन महिलाएं मां दुर्गा को सिंदूर लगाकर अपने सुहाग की रक्षा की प्रार्थना करती हैं।
सिंदूर खेला मूलत: बंगाली समुदाय की परंपरा है। इसके तहत दशहरा के दिन मां दुर्गा की विदाई के पहले उन्हें सिंदूर लगाया जाता है। मान्यता है कि दुर्गा पूजा के दौरान मां दुर्गा अपने मायके आती हैं। दशहरा के दिन उन्हें सिंदूर लगाकर मायके से विदाई दी जाती है। इसके बाद वहां महिलाएं सिंदूर की होली खेलती हैं।
शारदीय दुर्गोत्सव के अंतिम दिन आज पूरे कोयलांचल में मां को भावभीनी विदाई दी गई। इस दौरान सभी मंडपों में कलश विसर्जित कर दिया गया। साथ ही, कई मंडपों से मां की प्रतिमा को भी विसर्जित करने का सिलसिला आरंभ हो गया। ऐसे पंडाल जहां भव्य तैयारी की गई है, वैसे पंडालों में जिला प्रशासन के आदेशानुसार रविवार तक प्रतिमाओं को विसर्जित किया जाएगा। इस दौरान कई जगह सिंदूर खेला का भी आयोजन किया गया। सिंदूर खेला में सुहागिन महिलाएं एक-दूसरे को सिंदूर दान करती हैं।
धनबाद में सिंदूर खेला के दौरान उपस्थित सुहागिनें।
जमशेदपुर के सोनारी स्थित रतन टाटा घाट में सेना के जवानों ने मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया।