झारखंड के 300 थानों में महिला हेल्प डेस्क बनेगा, तेज रफ्तार बाइक चलाने पर होगी कार्रवाई
Jharkhand News पुलिस मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर डीजीपी एमवी राव ने कहा कि कहीं भी महिला या बच्ची का शव मिलेगा तो वहां एसपी स्वयं जाएंगे। उसमें गिरफ्तारी से सज़ा तक की पूरी मॉनिटरिंग एसपी की होगी।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड के 300 थानाें में 300 महिला हेल्प डेस्क बनेगा। महिलाओं की सुरक्षा के लिए यह निर्भया फंड से बनाया जाएगा। राज्य के डीजीपी एमवी राव ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि महिला या बच्ची से अपराध होने पर जो पुलिस अधिकारी मामले को दबाने, समझौता कराने की कोशिश करेंगे, उनपर भी कानून सम्मत कार्रवाई होगी और उन पर प्राथमिकी दर्ज होगी।
पुलिस मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर डीजीपी एमवी राव ने कहा कि कहीं भी महिला या बच्ची का शव मिलेगा तो वहां एसपी स्वयं जाएंगे। उसमें गिरफ्तारी से सज़ा तक की पूरी मॉनिटरिंग एसपी की होगी। चूक के लिए उनपर कार्रवाई भी होगी। अगले माह एक नवंबर से गांजा, हेरोइन ड्रग्स के खिलाफ अभियान तेज होगा। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान साथ में डीजी मुख्यालय अजय कुमार सिंह और आइजी ऑपरेशन साकेत कुमार सिंह मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि तेज़ रफ़्तार बाइक चलाने, साइलेंसर मॉडिफाई कर बाइक चलाने वालों की धर पकड़ तेज़ होगी। उन्होंने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों को समझाएं नहीं तो वे जेल जाएंगे और गाड़ी भी जब्त होगी। अवैध शराब निर्माण की जानकारी मिलने पर संबंधित थानेदार जवाबदेह होंगे। सड़क पर गुंडई, फायरिंग होगी तो डीएसपी को जवाब देना होगा।