बिना ओटीपी भी बैंक से पैसे उड़ा ले रहे अपराधी
रांची : साइबर अपराधी अब लगातार नई तकनीक का प्रयोग कर रहे हैं। सिर्फ खाता नंबर से ही बिना ओटीपी और एटीएम केी सहायता के साइबर अपराधी बैंकों से पैसे उड़ा ले रहे हैं और इसका मैसेज खाताधारी को नहीं मिलता है। रांची में इस प्रकार के कई केस सामने आ चुके हैं।
रांची : साइबर अपराधी अब लगातार नई तकनीक का प्रयोग कर रहे हैं। सिर्फ खाता नंबर से ही बिना ओटीपी यानी वन टाइम पासवर्ड और एटीएम के जरिये पैसे उड़ा लिए जा रहे हैं। पैसों की निकासी से संबंधित कोई मैसेज भी खाताधारक तक नहीं पहुंच रहा है। पैसों की अवैध निकासी की जानकारी खाताधारक को तब होती है, जब बैंक में पैसों की निकासी या फिर पासबुक अपडेट कराने जाते हैं। साइबर अपराधी किस तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं, इसकी भनक अभी तक साइबर थाने को नहीं लग सकी है। आधा दर्जन से ज्यादा मामले रांची पुलिस तक पहुंच चुके हैं, मगर उपलब्धि के नाम पर शून्य है।
केस स्टडी : एक
5 अप्रैल : बिना एटीएम व ओटीपी नंबर मांगे निकाला एक लाख
सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के शाहदेव नगर में रहनेवाले अरविंद मिश्रा की पत्नी के बैंक खाते से साइबर अपराधी ने एक लाख रुपये की अवैध निकासी कर ली। साइबर अपराधी ने यह राशि 15 से 20 मार्च के बीच निकाली है। उसने बिना एटीएम व ओटीपी नंबर मांगे पैसों की निकासी कर ली है। इस मामले में अरविंद मिश्रा की पत्नी ने सुखदेवनगर थाना में साइबर अपराधी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। केस स्टडी - दो
18 अप्रैल : एटीएम कार्ड पैकेट में था बंद, निकल गए 22 हजार
बरियातू थाना क्षेत्र की रहने वाली सुलेखा कुमारी के बैंक खाते से साइबर अपराधी ने 22 हजार की अवैध निकासी कर ली। महिला का एटीएम कार्ड और पासवर्ड पैकेट में सील पैक था। इसके बावजूद बैंक खाते से पैसों की निकासी कर ली गई। इस बात की जानकारी महिला को उस वक्त हुई, जब बैंक में पासबुक अपडेट कराने पहुंची थी। इस मामले में महिला सुलेखा ने साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। केस स्टडी - तीन
20 अप्रैल : एटीएम कार्ड बदला और निकाल लिए 68 हजार
अरगोड़ा थाना क्षेत्र के रहनेवाले श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग में कार्यरत प्रशाखा पदाधिकारी प्रभात कुमार रंजन का एटीएम कार्ड बदलकर 68 हजार रुपये की अवैध निकासी कर ली गई। महिला साइबर अपराधी ने इस घटना को अंजाम दिया। महिला ने प्रभात कुमार से न तो ओटीपी व एटीएम नंबर मांगा और पैसे निकाल लिए। इस मामले में प्रभात कुमार ने अरगोड़ा थाना में महिला साइबर अपराधी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
खाता नंबर भी रखें गोपनीय
अपने बैंक का खाता नंबर भी आज के समय में किसी को भी देने से पहले सोच-समझ लें। खाते नंबर के साथ लिंक मोबाइल नंबर तो न ही दें तो अच्छा है। साइबर पुलिस की मानें तो खाता नंबर मिलने के बाद उसे दूसरे तरीके से हैक करने की कोशिश अभी साइबर अपराधी कर रहे हैं। अभी तक निकासी की नई तकनीक की जानकारी नहीं मिल सकी है।
'अवैध तरीके से पैसों की निकासी के कई मामले सामने आएं हैं। पुलिस बैंक की मदद से मामलों की जांच कर रही है, ताकि पता चल सके कि किस परिस्थिति में पैसों की निकासी हुई है।'
अमन कुमार, सिटी एसपी